शिमला: दीन दयाल उपाध्याय क्षेत्रीय अस्पताल, शिमला का राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आज औचक दौरा किया और उन्होंने अस्पताल में सफाई व्यवस्था पर अपना संतोष व्यक्त किया। उन्होंने अस्पताल परिसर में मरीजों व उनके तीमारदारों से बातचीत भी की। राज्यपाल ने अस्पताल व्यवस्था पर अपना संतोष व्यक्त करते हुए, अस्पताल प्रशासन की कार्य प्रणाली की सराहना की।
राज्यपाल अस्थि, बाल और स्त्री रोग ओपीडी भी गए और मरीजों से बातचीत कर स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में उनसे जानकारी हासिल की। ओपीडी में अधिकतर मरीजों ने राज्यपाल से मरीजों की सुविधा के लिए बैंच उपलब्ध करवाने का आग्रह किया। अस्थिरोग विशेषज्ञ डॉ. रविन्द्र मोक्टा ने राज्यपाल को बताया कि प्रतिदिन आर्थो ओपीडी में लगभग 300 मरीज देखे जा रहे हैं। इसी तरह बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. चम्पा पंवर ने बताया कि प्रतिदिन लगभग 130-150 बाल मरीजों की चिकित्सा जांच की जा रही है। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. ममता ने बताया कि लगभग 100 महिलाएं प्रतिदिन अस्पताल में जांच के लिए पहुंच रही हैं।
बंडारू दत्तात्रेय ने मानसिक चिकित्सा एवं किशोरावस्था परामर्श केंद्र, लैब सेवाएं तथा आपरेशन थियेटर में उपयोग होने वाले आधुनिक उपकरणों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अस्पताल प्रशासन से विशेष सेवाओं के बारे में भी जानकारी ली। उसके बाद राज्यपाल विभिन्न वार्डों में गये तथा मरीजों व उनके तीमारदारों से अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं व सेवाओं की जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर आउटसोर्स आधार पर कार्यरत सफाई कर्मचारियों, नर्सिंग स्टाफ और सुरक्षा कर्मियों ने अपनी समस्याओं से राज्यपाल को अवगत करवाया।
राज्यपाल ने अस्पताल में हृदय रोग इकाई और अलग स्वास्थ्य जागरूकता केंद्र स्थापित करने का सुझाव दिया। उन्होंने अस्पताल में विशेष सुविधाओं के लिए अलग रक्तदान वैन और एंबुलेंस सेवा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यहां पर फिजियोथैरेपिस्ट का पद सृजित किया जाना चाहिए। उन्होंने अस्पताल के पुराने भवन का भी निरीक्षण किया। अस्पताल प्रबंधन के आग्रह पर उन्होंने कहा कि इस स्थान पर नया भवन बनाने पर विचार किया जाएगा। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दिए कि सभी आवश्यक सुविधाओं की विस्तृत रिपोर्ट बनाई जाए, ताकि उसे सरकार के समक्ष रखा जा सके।