- मुख्यमंत्री ने की पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पहली पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित
- जब सरकार ने धारा 118 में किसी तरह का बदलाव या संशोधन किया ही नहीं तो फिर चर्चा किस बात की होगी?
शिमला: हिमाचल प्रदेश के लोगों ने आज पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पहली पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित की। इस अवसर पर मुख्य समारोह कुल्लू जिला के मनाली स्थित अटल बिहारी वाजपेयी पर्वत्तारोहण एवं सम्बद्ध खेल संस्थान में आयोजित किया गया। खराब मौसम के कारण मुख्यमंत्री वहां नहीं पहुंच सके और उन्होंने शिमला से वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से ‘अटल स्मृति-2019’ समारोह को सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वाजपेयी ने राष्ट्र को गतिशील नेतृत्व प्रदान किया और उन्हें विश्व में एक महान् नेता के रूप में पहचान प्राप्त है। मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से मनाली में स्थापित की जाने वाली अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा की आधारशिला भी रखी। इस दौरान उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जगतसुख के 2.62 करोड़ रुपये से निर्मित भवन का लोकार्पण किया और 2.80 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली कृत्रिम रॉक क्लाईमिंग वॉल की आधारशिला भी रखी। उन्होंने नाबार्ड के अंतर्गत 4.24 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली शिला हलाण से तराशी और दचाणी सम्पर्क सड़क की आधारशिला भी रखी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने जानकारी दी कि अटल बिहारी वाजपेयी जी की ओर से प्रदेशवासियों विशेषकर जनजातीय क्षेत्र जिला लाहौल-स्पीति के लिए करोड़ों रुपये की लागत से बनने वाली रोहतांग टनल एक बड़ा उपहार है।
वहीं 19 अगस्त से शुरू होने वाले के विधानसभा मानसून सत्र को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सत्र इस बार थोडा लम्बा है क्यूंकि लोकसभा चुनावों के कारण बजट सत्र छोटा हुआ था इसलिए इस बार सत्र को बड़ा रखा गया है और अगर जरुरत महसूस हुई तो इसे और भी बढ़ाया जा सकता है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष से सदन कि कार्यवाही को सौहार्द पूर्ण माहौल में चलाने की अपील की है। साथ ही विपक्ष के हर सवाल के जवाब देने की बात भी कही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष धारा 118 पर चर्चा की मांग कर है जबकि सरकार ने धारा 118 में किसी तरह का बदलाव या संशोधन किया ही नहीं है तो फिर चर्चा किस बात की होगी। मुख्यमंत्री ने विपक्ष से बेफिजूल मुद्दों को उठाने के बजाय जनता से जुड़े मुद्दे उठाने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा है कि कांग्रेस पिछले विधानसभा के सत्रों में भी तथ्यहीन और गैरजरूरी मुद्दों को सदन में उठा चुका है जिसका खामियाजा कांग्रेस को लोकसभा चुनावों में सभी विधानसभा क्षेत्रों में हार के रूप में उठाना पड़ा है इसलिए कांग्रेस के विधायको को इस पर सोचने की जरुरत है।