अनुबन्ध पर कार्यरत चिकित्सा अधिकारियों व चिकित्सा विशेषज्ञों के वेतन में बढ़ौत्तरी

  • मुख्यमंत्री ने किया राज्य के लिए चार नईं स्वास्थ्य योजनाओं का शुभारम्भ
  • लाल बहादुर शास्त्री राजकीय चिकित्सीय महाविद्यालय नेरचौक में चिकित्सालय अपघात चिकित्सा केन्द्र का उद्घाटन

शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज मण्डी ज़िला के लाल बहादुर शास्त्री राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय नेरचौक में 355 करोड़ रुपये की लागत से बने चिकित्सालय, 29 करोड़ रुपये के व्यय से निर्मित हुए उपचारिका शिक्षण महाविद्यालय तथा 3 करोड़ रुपये की धनराशि से निर्मित अपघात चिकित्सा केन्द्र का उद्घाटन किया। उन्होंने महाविद्यालय परिसर में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में राज्य के लिए मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष, मुख्यमंत्री राज्य स्वास्थ्य देखभाल योजना, हिमाचल प्रदेश सार्वभौमिक स्वास्थ्य संरक्षण योजना, पांगी में टेलीमेडिसिन सेवा आदि चार नईं स्वास्थ्य योजनाओं का शुभारम्भ भी किया।

उन्होंने लाल बहादुर शास्त्री राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय नेरचौक में अटल चिकित्सा एवं अनुसंधान विश्वविद्यालय खोलने तथा अनुबन्ध आधार पर कार्यरत चिकित्सा अधिकारियों के वेतन में प्रतिमाह 10 हजार रुपये तथा अनुबन्ध आधार पर कार्यरत चिकित्सा विशेषज्ञों के वेतन में प्रतिमाह 15 हजार रुपये की बढ़ोत्तरी करने की घोषणा भी की।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर एक विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस महाविद्यालय में चिकित्सालय आरम्भ हो जाने से यहां सभी क्षेत्रों के चिकित्सा विशेषज्ञों के बाह्य व अन्तर रोगी विभाग की सेवाएं उपलब्ध होंगी तथा 24 घंटे आपातकालीन सेवाएं व पूर्व निर्धारित शल्य क्रिया सुविधाएं भी उपलब्ध हांगी और  महाविद्यालय में प्रतिवर्ष 40 उपचारिकाएं प्रवेश प्राप्त करेंगी।

उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत न आने वाले रोगियों को जरूरत पड़ने पर मुख्यमंत्री चिकित्सा राहत कोष से आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी तथा मुख्यमंत्री राज्य स्वास्थ्य देखभाल योजना के अन्तर्गत प्रदेश के 175 पंजीकृत सरकारी तथा निजी अस्पतालों में निःशुल्क ईलाज की सुविधा के लिए प्रदान की जाने वाली राशि को 30 हजार रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये करके लोगों को स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सार्वभौमिक स्वास्थ्य संरक्षण योजना के अन्तर्गत 5 लाख रुपये प्रतिवर्ष तक के निःशुल्क ईलाज की सुविधा उपलब्ध करवाने के अतिरिक्त प्रदेश के दुर्गम क्षेत्र पांगी में टेलीमेडिसिन सेवा के आरम्भ होने से विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा ईलाज व परामर्श की सुविधा भी प्राप्त हो जाएगी। उन्होंने इस अवसर पर मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष योजना के तहत प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए नौ विशेष बच्चों को श्रवण यन्त्र ;ब्वबीसमंत प्उचसंदजद्ध हेतु 5 लाख 50 हजार रुपये प्रति बच्चे की दर से चैक भेंट किए।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने इससे पूर्व सिविल अस्पताल सुन्दरनगर में 10 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले आवासीय भवन का शिलान्यास, सुन्दरनगर के ललित चौक में 112 लाख रुपये की धनराशि से बनने वाले पैदल चलने योग्य पुल तथा 36.85 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले भूतल मार्ग का भी शिलान्यास किया। उन्होंने सिविल अस्पताल में डिजिटल ऐक्स-रे मशीन उपलब्ध करवाने तथा अस्पताल में 100 बिस्तर से बढ़ाकर 150 बिस्तर की सुविधा उपलब्ध करवाने की घोषणा की। इस मौके पर उन्होंने बल्ह विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री भवन निर्माण हेतु 30 लाख रुपये की धनराशि तथा राजकीय माध्यमिक पाठशाला सरकीधार को राजकीय उच्च विद्यालय में स्तरोन्नत करने की घोषणा की। उन्होंने रिवालसर उप-तहसील के भवन निर्माण हेतु बजट प्रावधान करके निर्माण कार्य शीघ्र शुरू करने की भी अनुशंसा की।

इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। सरकार का ध्येय संस्थान खोलना ही नहीं अपितु संस्थानों में आधारभूत सुविधाएं व पर्याप्त स्टाफ उपलब्ध करवाना भी है। उन्होंने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री राजकीय चिकित्सीय महाविद्यालय नेरचौक में चिकित्सालय की शुरूआत होने से दुर्गम क्षेत्र के लोगों को विशेष रूप से लाभ होगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को स्वास्थ्य मानकों में अग्रणी राज्य बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

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