सोलन: अपनी अनूठी परम्परा के लिए विख्यात माँ शूलिनी मेला के दूसरे दिन आज प्राचीन खेल ठोडा का आयोजन ऐतिहासिक ठोडो मेला मैदान में किया गया। शाठा-पाशा दलों में होने वाले तीरंदाजी के इस रोचक एवं प्राचीन खेल का जुड़ाव महाभारत कालीन कौरवों एवं पांडवों से माना गया है।
इस वर्ष शूलिनी मेला के ठोडा खेल में चार ठोडा दल भाग ले रहे हैं। इनमें ठोडा दल डरोल-ठियोग, कोटी-टिब्बा (सिरमौर), किशोर (ठियोग) तथा पाशी ठोडा दल दंवा (क्योंथल) शामिल हैं।