- कार्यालय परिसर का हरित भवन की संकल्पना के साथ किया गया है डिजाइन
- अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा ने सचिव विद्युत को एसजेवीएन की भविष्य की योजनाओं के बारे में करवाया अवगत : एसजेवीएन का 2023 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 12000 मेगावाट व 2040 तक 25000 मेगावाट की क्षमता हासिल करने का लक्ष्य
- केंदीय सचिव (विद्युत), अजय कुमार भल्ला ने की एसजेवीएन प्रबंधन के बेहतरीन कार्यों व प्रयासों की सराहना
- : एसजेवीएन टीम को 210 मेगावाट लूहरी जल विद्युत परियोजना,चरण I की शीघ्र मंजूरी के लिए विद्युत मंत्रालय के पूर्ण सहयोग का दिया आश्वासन
शिमला: एसजेवीएन शनान शिमला स्थित कारपोरेट कार्यालय भवन का केन्द्रीय सचिव (विद्युत), अजय कुमार भल्ला ने आज लोकार्पण किया। इस अवसर पर एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा व निदेशक वित्त, ए.एस बिंद्रा, निदेशक विद्युत आर.के बंसल, निदेशक सिविल कंवर सिंह तथा निदेशक कार्मिक गीता कपूर, एसजेवीएन के अन्य कर्मचारी और अधिकारी मौजूद रहे।
- अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा ने केद्रीय सचिव विद्युत को “शक्ति सदन” की संकल्पना और डिजाइन की विशेषतों से करवाया अवगत :-
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा ने केद्रीय सचिव विद्युत को बताया कि इस कार्यालय परिसर का डिजाइन हरित भवन की संकल्पना के साथ किया गया है। इस भवन का बिल्ट-उप एरिया 15200 वर्ग मीटर है जिसमें 500 से अधिक कर्मचारियों के बैठने की व्यवस्था की गयी है । इसमें ऊर्जा की जरूरतें पूरी करने के लिए 100 किलोवाट सौर उर्जा प्रणाली एवं 40 किलोवाट सौर वाटर हीटिंग प्रणाली जैसी कई विशेषताएं हैं । वेस्ट वॉटर को रिसाइकल करने के लिए 90,000 लिटर प्रति दिन की क्षमता का सीवरेज ट्रीटमेंट सयंत्र भी स्थापित है । इस कार्यालय परिसर में ठोस जैविक कचरे के निपटान के लिए 250 किलोग्राम प्रति दिन की क्षमता की कम्पोस्टिंग मशीन और जल संरक्षण के लिए 50,000 लीटर क्षमता की रेन-वॉटर हार्वेस्टिंग प्रणाली भी लगी है ।
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा ने अपने स्वागत भाषण में अजय कुमार भल्ला और उनकी पत्नी ज्योति भल्ला का एसजेवीएन के सभी निदेशकों और कर्मचारियों की तरफ से हार्दिक अभिनंदन किया। उन्होंने एसजेवीएन की भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया जिनके जरिए एसजेवीएन ने सन 2023 तक 5000 मेगावाट, सन 2030 तक 12000 मेगावाट तथा सन 2040 तक 25000 मेगावाट की क्षमता हासिल करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने आगे कहा कि एसजेवीएन को जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माण, प्रचालन और अनुरक्षण का गहन अनुभव है और इस क्षेत्र में लगातार नये अनुकरणीय उदाहरण पेश कर रहा है।
- सचिव विद्युत ने अपने उदबोधन में “शक्ति सदन” की संकल्पना और डिजाइन की प्रशंसा
उन्होंने देश के सबसे बडे 1500 मेगावाट नाथपा झाकडी जल विद्युत स्टेशन तथा 412 मेगावाट रामपुर जल विद्युत स्टेशन, जोकि नाथपा झाकडी जल विद्युत स्टेशन के अग्रानुक्रम में प्रचालनाधीन है, के प्रभावी और कुशल अनुरक्षण में एसजेवीएन प्रबंधन की कोशिशों की भी तारिफ की। उन्होंने कहा कि एसजेवीएन के कर्मचारियों में टीम भावना कूटकूट कर भरी हुई है और यही एसजेवीएन को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने में निर्णायक साबित होगी। उन्होंने एसजेवीएन प्रबंधन से आहवान किया कि कम्पनी हिमाचल प्रदेश के साथ साथ देश के अन्य राज्यों और विदेश में और नई परियोजनाएं अपने हाथ में लें। उन्होंने एसजेवीएन टीम को 210 मेगावाट लूहरी जल विद्युत परियोजना,चरण I की शीघ्र मंजूरियों के लिए विद्युत मंत्रालय के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
- विद्युत सचिव भल्ला हिमाचल प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर थे। भल्ला ने 1500 मेगावाट नाथपा झाकडी जल विद्युत स्टेशन के सर्ज शाफ्ट पर 310 किलोवाट विद्युत सयंत्र का लोकार्पण किया और बधाल में 1 मेगावाट क्षमता के सौर उर्जा सयंत्र की आधारशिला रखी। उन्होंने 412 मेगावाट रामपुर जल विद्युत स्टेशन में बाढ़ चेतावनी प्रणाली का भी उद्घाटन किया।