एसजेवीएन की 900 मेगावाट अरूण-3 जल विद्युत परियोजना “कारोबार बेस्‍ट इनिशिएटेड डेवल्‍पमेंट प्रोजेक्‍ट पुरस्‍कार” से सम्‍मानित

  • यह अवार्ड कारोबार इकानामिक कॉनक्‍लेव-2018 के दौरान किया गया प्रदान
  • यह परियोजना एसजेवीएन के इतिहास में एक महत्‍वपूर्ण कीर्तिस्‍तम्‍भ : एसजेवीएन के अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक  नंद लाल शर्मा

शिमला: एसजेवीएन की 900  मेगावाट अरूण-3 जल विद्युत परियोजना को नेपाल में ”कारोबार बेस्‍ट इनिशिएटेड डेवल्‍पमेंट प्रोजेक्‍ट पुरस्‍कार” से सम्‍मानित किया गया।  यह पुरस्‍कार पुष्‍प कमल दहल प्रचंदा पूर्व प्रधानमंत्री, नेपाल द्वारा एसजेवीएन अरुण-3 पावर डेवल्‍पमेंट कंपनी (एसएपीडीसी, एसजेवीएन की पूर्ण स्‍वामित्‍व वाली कंपनी) के मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी, एस.के.शर्मा को प्रदान किया गया।  अरुण-3 जलविद्युत परियोजना की आधारशिला संयुक्‍त रूप से भारत के प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी एवं नेपाल के प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली द्वारा रखी गई थी।

यह अवार्ड कारोबार इकानामिक कॉनक्‍लेव-2018 के दौरान प्रदान किया गया।  इस समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम की अध्‍यक्षता नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली द्वारा की गई।  इस कॉनक्‍लेव में नेपाल के वित्‍त मंत्री युभ राज खतिवाडा तथा अन्‍य गणमान्‍य विभूतियों द्वारा भाग लिया गया।

टीम एसएपीडीसी की इस उपलब्धि की प्रंशसा करते हुए एसजेवीएन के अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, नंद लाल शर्मा ने बताया कि 900 मेगावाट की अरूण-3 जलविद्युत परियोजना पूर्वी नेपाल के क्षेत्र-I के संखुवासभा जिले में अरूण नदी पर स्थि‍त एक रन ऑफ द रिवर परियोजना है।  परियोजना के बांध की ऊंचाई 70 मी. और हेडरेस सुरंग 11.7 कि.मी. लंबी है। परियोजना का भूमिगत पावर हाऊस 225 मेगावाट प्रत्‍येक की चार फ्रांसिस टरबाईन वाला होगा।  इस परियोजना से प्रति वर्ष 4018.87 मिलियन यूनिट बिजली का उत्‍पादन किया जाएगा।  परियोजना के अंतर्गत नेपाल भारत सीमा तक 400 केवी डबल सर्किट 217 कि.मी. लंबी ट्रांसमिशन लाईन भी बनाई जाएगी। एसजेवीएन के अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निेदेशक शर्मा ने बताया कि एसजेवीएन लिमिटेड को यह परियोजना निर्माण- स्‍वामित्‍व-प्रचालन-हस्‍तांतरण ( BOOT)  आधार तीस वर्ष के लिए प्रदान की गई है।   इस परियोजना की कुल संभावित लागत जिसमें उत्‍पादन और ट्रांसमिशन दोनों सम्मिलित हैं, 7000करोड़ भारतीय रुपए (11200 करोड़ नेपाली रुपए) है।

शर्मा ने यह भी कहा कि यह परियोजना एसजेवीएन के इतिहास में एक महत्‍वपूर्ण कीर्तिस्‍तम्‍भ है और एसजेवीएन पहले से ही देश में 2000 मेगावाट से अधिक की पांच परियोजनाओं का प्रचालन कर रहा है। कंपनी की अन्‍य आगामी परियोजनाओं में जलविद्युत की 10 परियोजनाएं जिनकी क्षमता 3218 मेगावाट (भारत में 1148 मेगावाट की 7 परियोजनाएं तथा पड़ोसी देशों में 2070 मेगावाट की 3 परियोजनाएं)। इसके अतिरिक्‍त एसजेवीएन बिहार के बक्‍सर में 1320 मेगावाट की ताप विद्युत परियोजना तथा गुजरात के सादला में 50 मेगावाट की पवन विद्युत परियेाजना का निर्माण कर रहा है।

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