- शिमला में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग की लगभग 170 योजनाएं प्रभावित, करीब 30 घरों व अन्य ढाचों को नुकसान
शिमला: भारी बारिश के कारण जिला प्रशासन शिमला ने 14 अगस्त को जिला में 12वीं कक्षा तक के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बन्द रखने का निर्णय लिया है। जिला दण्डाधिकारी शिमला अमित कश्यप ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला प्रशासन द्वारा जन जीवन को सामान्य बनाने के लिए युद्व स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। जिन स्थानों में सड़कें अवरूद्व हुई है, भूस्खलन हुआ है या पेड़ गिरने के कारण जन जीवन प्रभावित हुआ है वहां व्यवस्था सामान्य बनाने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि भारी बारिश के कारण जिला में लगभग 150 सड़कें अवरुद्ध हुई हैं, हिमाचल पथ परिवहन निगम के लगभग 165 रूट प्रभावित हुए हैं। शिमला नगर में विद्युत आपूर्ति 19 स्थानों में प्रभावित हुई है, जिनमें से ज्यादातर स्थानों पर विद्युत आपूर्ति आज शाम तक बहाल कर दी जाएगी और अन्य बचे हुए स्थानों में 14 अगस्त दोपहर तक बहाल कर दी जाएगी। जिला शिमला में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग की लगभग 170 योजनाएं प्रभावित हुई है। जिला में लगभग 30 घरों व अन्य ढाचों को नुकसान पहुंचा है।
जिला में लगभग 114 डीटीआर (डायरेक्ट ट्रांसमिशन लाईन) प्रभावित होने से विद्युत आपूर्ति में बाधा आई है। शिमला नगर में 7 वाहनों को नुकसान हुआ है तथा 30 पेड़ गिरे हैं। वहीं प्रशासन द्वारा कार्ट रोड, अनाडेल, कुसुम्पटी, आईजीएमसी रोड, मल्याना, सीएम आवास, लिफट, यूएस क्लब, खलीनी, कनलोग, जुन्गा तथा मैहली मल्याना क्षेत्रों में सड़कें यातायात के लिए खोल दी गई है।
उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण पानी में गाद मिलने से शिमला शहर व अन्य स्थानों में पेयजल आपूर्ति प्रभावित हो सकती है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी लोग पानी का सदुपयोग करें व पेयजल उबाल कर ही पीएं। जिला दण्डाधिकारी ने जिला में सभी लोगों से सुरक्षा के दृष्टिगत सतलुज, पब्बर नदी व अन्य नदी-नालों से भी दूर रहने का आग्रह किया है। उन्होंने पर्यटकों से विशेष अनुरोध किया है कि नदियों व नालों के समीप जाकर फोटोग्राफी न करें और कहीं भी चेतावनी बोर्ड हों तो उनको अनदेखा न करें।
जिला दण्डाधिकारी ने कहा कि वाहन चालक सड़क के किनारे तथा डंगे व ढलान पर गाड़ी पार्क न करें तथा वाहन भी सुरक्षा पूर्वक चलाएं, क्योंकि कई स्थानों पर भारी बारिश के कारण भू-स्खलन हो रहे हैं तथा पहाड़ियों से पत्थर गिरने की संभावना बनी हुई है। यदि किसी व्यक्ति को वर्तमान परिस्थितियों में किसी तरह के खतरे का सामना करना पड़े तो वह जिला प्रशासन व जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा स्थापित नियंत्रण कक्ष में दूरभाष संख्या 1077 पर तुरंत सूचना दें। उन्होंने कहा कि यदि किसी स्थान पर पेड़ गिरने के कारण नुकसान की संभावना हो तो लोग इसकी सूचना तुरंत प्रशासन को दें, ताकि समयबद्ध ऐहतियाती कदम उठाए जा सकें।