शिमला: चौथा अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर मनाया गया, जहां राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर तथा केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा सहित योग किया। योग का आयोजन राज्य आयुर्वेदिक विभाग, मानस कल्याण समिति द्वारा पतंजलि योग समिति और एसजेवीएनएल के सहयोग से किया गया।
अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर देश के लोगों को बधाई देते हुए राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने अपने सन्देश में कहा कि हमारे लिए यह गर्व की बात है कि आज पूरा विश्व योग को अपना रहा है। उन्होंने कहा कि योग का सम्बन्ध हमारी प्राचीन संस्कृति, परम्पराओं तथा आध्यात्मिकता से है, जो शरीर तथा मस्तिष्क दोनां को स्वस्थ रखता है। उन्होंने कहा कि अधिकांश बीमारियां दिमाग से जुड़ी है और दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए प्रत्येक को अपने जीवन में योगाभ्यास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि महर्षि पतंजलि ने अपने योग ग्रंथों में अच्छा और स्वस्थ जीवन जीने के लिए योग की विभिन्न विधाओं का उल्लेख किया है।
राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योग को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किया है और आज पूरा विश्व इसे अपना रहा है।
उन्होंने लोगों से योग को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने का आग्रह किया, जो हमारी पुरानी परम्पराओं का हिस्सा रहा है और जीवन में नकारात्मक ऊर्जा से बचने के लिए इसे नियमित गतिविधि बनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि योग व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक सुख को बढ़ाता है, क्योंकि इसका सीधा सम्बन्ध प्रकृति से है और जो व्यक्ति प्रकृति से जुड़ता है वह मानसिक और शारीरिक रूप से अधिक स्वस्थ रहता है। उन्होंने कहा कि योग मन और आत्मा को शुद्ध करने का सबसे अच्छा साधन है और इसके बिना हम स्वस्थ शरीर के बारे में सोच नहीं सकते।
राज्यपाल ने कहा कि योग शरीर को स्वस्थ बनाता है और हम स्वस्थ शरीर के साथ हर कार्य करने में सक्षम बनते हैं। उन्होंने खुशी व्यक्त की कि योग कार्यक्रमों का बड़े पैमाने पर आयोजन किया जा रहा है।