शिमला: प्रदेश के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के पाठ्यक्रम में जल्द ही वित्तीय शिक्षा का विषय शामिल होगा। स्कूली बच्चों को जागरूक करने के लिए रिजर्व बैंक आफ इंडिया ने प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड और सीबीएसई को इसका प्रस्ताव भेजा गया है। प्रस्ताव मंजूर होने पर 6 से10 कक्षा तक पाठ्यक्रम में वित्तीय शिक्षा को भी जोड़ा जाएगा। देश के कुछ राज्यों में वित्तीय शिक्षा को पाठ्यक्रम का हिस्सा बना दिया गया है।
इसी कड़ी में अब हिमाचल में भी इसकी शुरूआत की जा रही हैं शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए आरबीआई के क्षेत्रीय निदेशक अमरनाथ ने यह जानकारी दी है। वही रिजर्व बैंक आफ इंडिया ने जनता को जागरूक करने के लिए 4 से 8 जून तक प्रदेश में वित्तीय साक्षरता सप्ताह आयोजित करने का फैसला भी लिया है। इस सप्ताह के तहत ग्राहकों को अनाधिकृत/इलेक्ट्रानिक बैंकिंग लेनदेन में अपनी देयता जानने, बैंकिंग लोकपाल-शिकायत निवारण के लिए आसान तंत्र, एक सुरक्षित डिजिटल बैंकिंग अनुभव के लिए अच्छी आदतों और जोखिम बनाम प्रतिफल को लेकर जागरूक किया जाएगा। आरबीआई के क्षेत्रीय निदेशक अमरनाथ ने बताया कि इस साल के वित्तीय जागरूकता सप्ताह की थीम उपभोक्ता संरक्षण है। उन्होंने बताया कि सप्ताह के दौरान प्रदेश के सभी बैंक ग्राहकों को जागरूक करेंगे। अगले छह माह तक सभी शाखाओं और एटीएम में जागरूकता से संबंधित पोस्टर लगाए जाएंगे।