“राष्ट्रीय विज्ञान दिवस” : छात्रों को विज्ञान की पढ़ाई के प्रति प्रोत्साहित करने की आवश्यकता : शिक्षामंत्री

  • HIMCOST ने गेयटी थियेटर में आयोजित किया राज्य स्तरीय ‘राष्ट्रीय विज्ञान दिवस’ समारोह
  • सुरेश भारद्वाज ने पोस्टर मेकिंग, क्विज व भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं को दिए पुरस्कार
  • विज्ञान टैक्नोलाजी एवं पर्यावरण परिषद को अपने विभिन्न कार्यक्रमों को ग्रामीण स्तर तक ले जाने के करने चाहिए प्रयास
  • विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए हमेशा प्रयासरत रहना चाहिए : मनीषा नन्दा
  • सदस्य सचिव कुणाल सत्यार्थी ने परिषद की विभिन्न गतिविधियों के बारे में दी विस्तृत जानकारी
HIMCOST ने गेयटी थियेटर में आयोजित किया राज्य स्तरीय ‘राष्ट्रीय विज्ञान दिवस’ समारोह

HIMCOST ने गेयटी थियेटर में आयोजित किया राज्य स्तरीय ‘राष्ट्रीय विज्ञान दिवस’ समारोह

शिमला: हिमाचल प्रदेश विज्ञान, टैक्नालाजी एवं पर्यावरण परिषद द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय ‘राष्ट्रीय विज्ञान दिवस’ समारोह का आयोजन गेयटी थियेटर शिमला में किया गया।  कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षा, विधि व संसदीय मामले मंत्री सुरेश भारद्वाज ने की।

शिक्षामंत्री ने कहा कि विज्ञान का जीवन में बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। इसलिए छात्रों को विज्ञान की पढ़ाई के प्रति प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए हमें हमेशा प्रयासरत रहना चाहिए। प्रदेश सरकार द्वारा भी बच्चों को विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करने के लिए विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं।

सुरेश भारद्वाज ने कहा कि हमारी प्राचीन संस्कृति में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विद्यमान है। विज्ञान टैक्नोलाजी एवं पर्यावरण परिषद को अपने विभिन्न कार्यक्रमों को ग्रामीण स्तर तक ले जाने के लिए प्रयास करने चाहिए। केंद्र सरकार द्वारा भी इस वित्त वर्ष के बजट में विज्ञान एवं अनुसंधान के लिए कई विशेष प्रावधान किए गए हैं।

उन्होंने महान वैज्ञानिक सर चंद्रशेखर बैंकट रमन किए गए शोध कार्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके शोध कार्य को रमन इफैक्ट नाम से ख्याति प्राप्त है। इस कार्य के लिए उन्हें 1930 में नोबल पुरस्कार भी प्राप्त हुआ था। सुरेश भारद्वाज ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पोर्टमोर में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के तत्वावधान में आयोजित पोस्टर मेकिंग, क्विज व भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार भी प्रदान किए।

उन्होंने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस कार्यक्रम में स्किट प्रदर्शित करने के लिए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बजौरा, जिला कुल्लू के छात्रों को 21 हजार रुपये प्रदान करने की घोषणा की। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने विज्ञान विषय पर आधारित टेबल कलेंडर और बुकलेट का विमोचन भी किया।

अतिरिक्त मुख्य सचिव, पर्यावरण, सूचना व प्रोद्यौगिकी मनीषा नन्दा ने कहा कि विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए हमें हमेशा प्रयासरत रहना चाहिए। सतत विकास के साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए भी समन्वित रूप से कार्य करना बहुत आवश्यक है। हमें अपने परिवेश को स्वच्छ बनाने के लिए दृढ़ प्रयास करने चाहिए और जिज्ञासाओं का वैज्ञानिक दृष्टिकोण से हल भी सुनिश्चित करना चाहिए।

सदस्य सचिव, विज्ञान टैक्नोलाजी एवं पर्यावरण परिषद कुणाल सत्यार्थी ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा परिषद की विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।

विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए हमेशा प्रयासरत रहना चाहिए : मनीषा नन्दा

विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए हमेशा प्रयासरत रहना चाहिए : मनीषा नन्दा

इस अवसर पर निदेशक, आईएचबीटी, सीएसआईआर पालमपुर डा. संजय कुमार ने ‘बायो इकोनोमिक ड्वेल्पमेंट आफ हिमालय विषय’ पर विस्तृत जानकारी प्रदान की।  इससे पहले, कार्यक्रम में डॉ. सीवी रमन के जीवन पर आधारित एक वृतचित्र भी प्रदर्शित किया गया।

इस अवसर पर प्रो. पी के आहलुवालिया, प्रो. राजीव पुरी और डॉ. पीके त्यागी ने विज्ञान विषय पर आधारित प्रेजेंटेशन के माध्यम से सूचना प्रोद्यौगिकी तथा डॉ. सीवी रमन के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर महापौर नगर निगम शिमला कुसुम सदरेट, अतिरिक्त मुख्य सचिव मनीषा नन्दा, निदेशक आईएचबीटी सीएसआईआर पालमपुर डा. संजय कुमार, सदस्य सचिव विज्ञान टैक्नोलाजी एवं पर्यावरण परिषद कुणाल सत्यार्थी, निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा मनमोहन सिंह, निदेशक पर्यावरण विभाग डीसी राणा, निदेशक एसएसए आशीष कोहली, वैज्ञानिक, स्कूलों के अध्यापक व छात्र और गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

 

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