- उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्रम सिंह रावत के साथ की बैठक
- नंद लाल शर्मा ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया परियोजनाओं के विषय से
- परियोजनाओं के पूरा होने पर राज्य को 43 मेगावाट के बराबर 16.4 करोड़ यूनिट बिजली मिलेगी निःशुल्क : नंद लाल शर्मा
- नन्द लाल शर्मा ने की उत्तराखण्ड में निर्माणाधीन तीनों परियोजनाओं की विस्तृत समीक्षा बैठक
- : सभी परियोजना प्रमुखों से अपने-अपने लक्ष्यों को समय पर पूरा करने की अपील
- : परियोजना निर्माण में उत्तराखण्ड सरकार के सहयोग पर किया आभार
शिमला : भारत सरकार के उपक्रम एसजेवीएन लिमिटेड के उत्तराखण्ड स्थित क्षेत्रीय कार्यालय भवन परिसर का शिलान्यास आज निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, नंद लाल शर्मा ने देहरादून की जीएमएस रोड के निकट स्थित निगम भूमि पर किया। इस अवसर पर निगम के निदेशक (वित्त), ए.एस.बिन्द्रा, निदेशक(सिविल), कंवर सिंह सहित क्षेत्रीय कार्यालय के कार्यपालक निदेशक, एन.सी.बंसल भी उपस्थित रहे। इससे पहले कल उत्तराखण्ड में निगम को आबंटित परियोजनाओं की विकास गतिविधियों की जानकारी देने के लिए अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्रम सिंह रावत के साथ एक बैठक की। इस अवसर पर नंद लाल शर्मा ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि उत्तराखण्ड में निगम को आबंटित परियोजनाओं के पूरा होने पर राज्य को 43 मेगावाट के बराबर 16.4 करोड़ यूनिट बिजली निःशुल्क प्राप्त होगी। इसके साथ ही राज्य में निगम लगभग तीन हजार तीन सौ छियालीस करोड़ रुपए निवेश करेगा। परियोजनाओं का पुनर्वास एवं पुर्नव्यवस्थापन प्लान लगभग 77 करोड़ रुपए का है।
एसजेवीएन लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारियों का यह दल आज उत्तराखण्ड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह से भी मिला और उनके साथ परियोजनाओं की विस्तृत प्रगति पर चर्चा की। इस अवसर पर परियोजना निर्माण में उत्तराखण्ड सरकार के सहयोग पर नन्द लाल शर्मा ने आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव को बताया कि 60 मेगावाट की नैटवाड़ मोरी जलविद्युत परियोजना जोकि उत्तरकाशी जिले में टॉंस नदी पर प्रस्तावित है उसका सिविल कार्य शुरू हो गया है और इस परियोजना को अगले 45 महीने के दौरान पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
नन्द लाल शर्मा ने उत्तराखण्ड में निर्माणाधीन तीनों परियोजनाओं की विस्तृत समीक्षा भी की। उन्होंने सभी परियोजना प्रमुखों से आह्वान किया कि वे परियोजना निर्माण के साथ-साथ परियोजना स्थल के आस-पास के क्षेत्रों का सामुदायिक विकास भी करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के SKILL INDIA के कार्यक्रम के मार्गदर्शन में हमारा प्रयास दूरस्थ क्षेत्रों के युवाओं को तकनीकी कौशल से अवगत कराना भी होना चाहिए। उन्होंने सभी परियोजना प्रमुखों से समयबद्ध तरीके से अपने-अपने लक्ष्यों को समय पर पूरा करने की अपील भी की। इस अवसर पर उत्तराखण्ड में निर्माणाधीन 252 मेगावाट क्षमता की देवसारी जलविद्युत परियोजना, 60 मेगावाट की नैटवाड़ मोरी जलविद्युत परियोजना एवं 44 मेगावाट की जाखोल सांकरी जलविद्युत परियोजना के हर तकनीकी पहलू पर चर्चा की गई।
उल्लेखनीय है कि एसजेवीएन के उत्तराखण्ड स्थित क्षेत्रीय कार्यालय भवन का निर्माण आधुनिक संरचना के आधार पर किया जा रहा। यह भवन सात मंजिला होगा जिसका क्षेत्रफल लगभग 2486 वर्गमीटर होगा और इसे अगले 02 वर्षों में बनाया जाएगा। इसे उत्तराखण्ड स्थित परियोजनाओं के निर्माण एवं सुचारू रूप से संचालन में सुविधा रहेगी।
इस अवसर पर निगम कार्यालय के मुख्य महाप्रबंधक एल.एम.वर्मा, देवसारी जलविद्युत परियोजना प्रमुख विजय कुमार ठाकुर, नैटवाड़ मोरी जलविद्युत परियोजना प्रमुख आर.के. जगोता, जाखोल सांकरी जलविद्युत परियोजना प्रमुख जे.के. महाजन सहित सभी अधिकारी उपस्थित रहे।