शिमला : मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश वीरभद्र सिंह आगामी कल यानि कि 29 नवम्बर को दोपहर 1.30 बजे जिला शिमला के भट्टाकुफर में 33 के.वी. विद्युत उपकेन्द्र भट्टाकुफर और सांय 4.00 बजे तारा देवी (नजदीक संकटमोचन) में 33 के.वी. विद्युत उपकेन्द्र तारा देवी का लोकार्पण करेंगे। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति समारोह में शिरकत करेंगे।
- 33 के.वी. विद्युत उप-केन्द्र भट्टाकुफर (दोपहर 1.30 बजे)
- इस विद्युत उपकेन्द्र से शिमला शहर सहित 15 गांवों के लगभग 49 हजार लोग होंगे लाभान्वित
यह जानकारी देते हुए राज्य विद्युत् बोर्ड लिमिटेड के उप निदेशक (लोक सम्पर्क) अनुराग पराशर ने बताया कि भट्टाकुफर, पटगैहर, समिट्री, फल मंडी, ढली और आस-पास क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को पहले विद्युत आपूर्ति 66 के.वी. विद्युत उपकेन्द्र गुम्मा और 33 के.वी. विद्युत उपकेन्द्र मल्याणा से 22 के.वी. फीडरों और 11 के.वी. फीडरों द्वारा की जा रही थी, जिनके अधिक लम्बे होने के कारण विद्युत आपूर्ति में कई बार व्यवधान आ जाता था तथा वोल्टेज भी कम हो जाती थी। अतः जिला शिमला के भट्टाकुफर, पटगैहर, समिट्री, फल मंडी, ढली और आस-पास क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को विश्वसनीय और गुणवतापूर्ण विद्युत आपूर्ति प्रदान करने के लिए हिमाचल प्रदेश स्टेट इलैक्ट्रीसिटी बोर्ड लिमिटेड द्वारा 33 के.वी. विद्युत उप-केन्द्र भट्टाकुफर के निर्माण का निर्णय लिया गया था। लगभग 3 किलोमीटर लम्बी 33 के.वी. एच.टी. लाईन का निर्माण कर इस विद्युत उपकेन्द्र को 33 के.वी. विद्युत उपकेन्द्र मल्याणा से जोड़ा गया है। उपकेन्द्र के निर्माण पर 4 करोड़ 61 लाख रूपये और लाईन के निर्माण पर 36 लाख रूपये की लागत आई है। इस प्रकार इस योजना पर कुल 4 करोड़ 97 लाख रूपये की लागत आई है। इस विद्युत उप-केन्द्र से 22 के.वी. के 6 फीडर ज्वाला माता मन्दिर (माठू कॉलोनी), भट्टाकुफर बाजार, समिट्री-2, जगरोटी-2, फल मंडी और एक अतिरिक्त फीडर तथा 11 के.वी. के 4 फीडर जवाहर कॉलोनी, चुरठ, स्थानीय और एक अतिरिक्त फीडर निकाले गए हैं। इस विद्युत उपकेन्द्र से क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति सशक्त हो जाएगी और कम वोल्टेज की समस्या भी खत्म हो जाएगी। इसके साथ ही संचार एवं वितरण में होने वाली हानियों (T&D losses) में भी कमी आएगी। इस विद्युत उपकेन्द्र से शिमला शहर सहित 4 पंचायतों के 15 गांवों के लगभग 49 हजार लोग लाभान्वित होंगे।
- 33 के.वी. विद्युत उप-केन्द्र तारा देवी (नजदीक संकटमोचन) (सांय 4.00 बजे)
- इस विद्युत उपकेन्द्र 27 गांवों के लगभग 30 हजार लोग होंगे लाभान्वित
तारा देवी, चमरोग, बढ़ई, सकंटमोचन, चक्करधार, टियारी, बाग, फायल, टरारी खड्ड, लागड़ू, कोटला, धारी, झज्जर खड्ड, मलोग, शिलगांव, आंजी, शगीण, लोअर टुटीकंडी और आस-पास क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को पहले विद्युत आपूर्ति 66 के.वी. विद्युत उपकेन्द्र टुटू और 33 के.वी. विद्युत उपकेन्द्र शोघी से 11 के.वी. फीडरों द्वारा की जा रही थी, जिनके अधिक लम्बे होने के कारण विद्युत आपूर्ति में कई बार व्यवधान आ जाता था तथा वोल्टेज भी कम हो जाती थी। अतः जिला शिमला के तारा देवी, चमरोग, बढ़ई, सकंटमोचन, चक्करधार, टियारी, बाग, फायल, टरारी खड्ड, लागड़ू, कोटला, धारी, झज्जर खड्ड, मलोग, शिलगांव, आंजी, शगीण, लोअर टुटीकंडी और आस-पास क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को विश्वसनीय और गुणवतापूर्ण विद्युत आपूर्ति प्रदान करने के लिए हिमाचल प्रदेश स्टेट इलैक्ट्रीसिटी बोर्ड लिमिटेड द्वारा 33 के.वी. विद्युत उप-केन्द्र तारा देवी के निर्माण का निर्णय लिया गया था। 33 के.वी. जतोग-शोघी फीडर से टैप करके 9 किलोमीटर लम्बी 33 के.वी. लिलो (Loop in Loop out) लाईन का निर्माण करके इस विद्युत उपकेन्द्र से जोड़ा गया है। उपकेन्द्र के निर्माण पर 4 करोड़ 29 लाख रूपये और लाईन के निर्माण पर 1 करोड़ 49 लाख रूपये की लागत आई है। इस प्रकार इस योजना पर कुल 5 करोड़ 78 लाख रूपये की लागत आई है। इस विद्युत उप-केन्द्र से 11 के.वी. के 6 फीडर चमरोग, कच्ची घाटी, तारा देवी, जिला न्यायालय, हिमाचल प्रैस और बैरियर निकाले गए हैं। इस विद्युत उपकेन्द्र से क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति सशक्त हो जाएगी और कम वोल्टेज की समस्या भी खत्म हो जाएगी। इसके साथ ही संचार एवं वितरण में होने वाली हानियों (T&D losses) में भी कमी आएगी। इस विद्युत उपकेन्द्र से 4 पंचायतों के 27 गांवों के लगभग 30 हजार लोग लाभान्वित होंगे।