प्रदेश सरकार जाने-अनजाने में कालेधन रखने वालों को दे रही है प्रश्रय: प्रो. धूमल

शिमला: नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने राष्ट्रीय उच्च मार्गों के साथ लगती जमीनो के बेनामी सौदों की जांच के केन्द्र सरकार के आदेशों का स्वागत करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए यह एक प्रभावी कदम साबित होगा और जो लोग नोट बदलने के फैंसले को शंका की दृष्टि से देखकर यह कह रहे थे कि केवल नोट बदलने से भ्रष्टाचार समाप्त नहीं होगा, शायद अब उन्हें विश्वास हो जाएगा कि मोदी सरकार देश से भ्रष्टाचार मिटाने के लिए कृत संकल्प है और भ्रष्टाचार व कालेधन के खिलाफ शुरू की गई लड़ाई के यह केवल प्रारंभिक कदम है।

प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि जनता की मुश्किलों की आड़ में नोटबंदी के फैंसले का विरोध करने वाले नेता अब धीरे-2 एक्सपोज होते जा रहे हैं। जिस जनता की मुश्किलों और परेशानियों का हवाला देकर ममता बेनर्जी, राहुल गांधी व केजरीवाल जैसे नेताओं ने अपनी राजनीति चमकाने का प्रयास किया था, उसी जनता ने मोदी के समर्थन में नारे लगाकर दर्शा दिया है कि भले ही वह कुछ दिन अल्पकालिक परेशानी सह लेंगे पर पिछले 60 वर्षों में कांग्रेस व उसके सहयोगी दलो ने भ्रष्टाचार की जो प्रणाली देश में शुरू कर दी थी उसे कदापि सहन नहीं करेंगे।

प्रो. धूमल ने कहा कि एक तरफ कालेधन के खिलाफ देश लामबद्ध हो रहा है वहीं हिमाचल में कुछ ऐसे मामले सामने आये हैं जिससे लग रहा है कि प्रदेश सरकार जाने-अनजाने में कालेधन रखने वालों को प्रश्रय दे रही है। जनता से मिली कुछ शिकायतों के अनुसार परिवहन विभाग के कुछ बड़े अधिकारी कंडक्टरों पर बड़े नोटों को छोटे नोट से बदलने के लिए दबाव डाल रहे हैं। ऐसे में अगर यह सरकार की जानकारी में है तो निश्चितरूप से शर्मनाक है और अधिकारियों के स्तर पर इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है तो इन मामलो की जांच होनी चाहिए। कालेधन के खिलाफ इस लड़ाई में सकारात्मकता दिखाकर प्रदेश सरकार को इस तरह के किसी भी आरोपों की तेजी से जांच करनी चाहिए जिससे सच्चाई सामने आकर इस तरह की अफवाहों पर रोक लग सके।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि केन्द्र सरकार की नोटबंदी के फैंसले व नोट बदलने की प्रक्रिया में शुरूआती कठिनाई के पश्चात अब हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं। प्रदेश में लम्बी कतारें देखने को नहीं मिल रही है। जनता भी इस बात को भली भांति समझ गई है कि जो कालाधन बाहर आएगा, अंततः उनके और इस देश के विकास पर लगेगा और इस बात को भी समझ गई है कि जिन भ्रष्टाचारियों पर आघात हुआ है वह कुछ समय तक तो बौखलाहट व सदमो में उल-जलूल बयानबाजी करते रहेंगे और देशहित में लिए गए इस फैंसले के विरोध में किसी भी स्तर की बयानबाजी करते रहेंगे।

 

सम्बंधित समाचार

अपने सुझाव दें

Your email address will not be published. Required fields are marked *