“एसजेवीएन” द्वारा “ऊर्जा संरक्षण”पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित, राज्यपाल ने की मुख्यातिथि के रूप में शिरकत, की “एसजेवीएन” के प्रयासों की सराहना

  • “सतलुज जल विद्युत निगम” द्वारा आयोजित ऊर्जा संरक्षण पर राज्य स्तरीय पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित
  • राज्यपाल का लोगों से ऊर्जा संरक्षण का आग्रह
  • एसजेवीएन के कार्मिक निदेशक नंद लाल शर्मा ने किया राज्यपाल का स्वागत और आयोजन के मुख्य उद्देश्यों की दी जानकारी
  • वर्तमान परिप्रेक्ष्य में ऊर्जा संरक्षण एक महत्वपूर्ण मुद्दा : आर.एन. मिश्र
  • कहा, बड़ी सावधानी से करें इसका सदुपयोग
  • एसजेवीएन के कई वरिष्ठ अधिकारी भी रहे इस मौके पर मौजूद
  • प्रथम स्तर की प्रतिस्पर्धा में राज्य भर के 14468 स्कूलों के 542226 विद्यार्थियों ने लिया भाग
  • एसजेवीएन ने राजकीय पाठशालाओं से भाग लेने के लिए शिक्षा विभाग को किया था सम्मिलित
  • राज्य के विभिन्न स्कूलों से लगभग 100 विद्यार्थियों ने लिया प्रतिस्पर्धा में हिस्सा
  • राज्यपाल ने प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान पर आने वाले विजेताओं को क्रमशः 20 हजार रुपये, 15 हजार रुपये तथा 10 हजार रुपये के पुरस्कार किए वितरित
  • इसके अतिरिक्त, हर श्रेणी में पांच-पांच हजार रुपये के 10 सांत्वना पुरस्कार भी किए गए वितरित
  • खण्ड शिक्षा अधिकारियों को सफल आयोजन में सहयोग के लिए किया सम्मानित
  • बच्चों ने इस अवसर पर किए रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत
  • एसजेवीएनएल सहायक महाप्रबन्धक विजय प्रसाद ने रखा धन्यवाद प्रस्ताव
"सतलुज जल विद्युत निगम" द्वारा आयोजित ऊर्जा संरक्षण पर राज्य स्तरीय पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित

“सतलुज जल विद्युत निगम” द्वारा आयोजित ऊर्जा संरक्षण पर राज्य स्तरीय पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित

शिमला: राजभवन में सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड द्वारा आयोजित “ऊर्जा संरक्षण” पर राज्य स्तरीय पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। यह प्रतियोगिता भारत सरकार की शक्ति और ऊर्जा दक्षता ब्यूरो मंत्रालय के राष्ट्रीय अभियान के अन्तर्गत आयोजित की गई थी।

इस अवसर पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि यदि प्रत्येक व्यक्ति अपने क्षेत्र में ईमानदारी से कार्य करे तो देश विश्व गुरू बनकर उभरेगा, जिसके लिए लोगों की सोच बदलने की आवश्यकता है। उन्होंने बच्चों में देश के प्रति प्रेम तथा समर्पण की भावना को विकसित करने पर बल दिया और कहा कि देश प्रेम की यह भावना देश को सिर्फ प्रगति की ओर ले जाएगी।

आचार्य देवव्रत ने बच्चों से आगे आने का आग्रह किया और अपने परिवार, पड़ोस तथा समाज को ऊर्जा दक्षता के महत्व बारे जानकारी देने को कहा। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के विकास में ऊर्जा की महत्वपूर्ण भूमिका है और यह प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह इसका संरक्षण करें।

  • राज्यपाल ने की एसजेवीएनके प्रयासों की सराहना

राज्यपाल ने एसजेवीएनएल के प्रयासों की सराहना की तथा समाज के प्रति विभिन्न कल्याणकारी गतिविधियों विशेषकर ऊर्जा संरक्षण के लिए उनके योगदान की प्रशंसा की। उन्होंने बच्चों को अदभुत प्रतिभा प्रदर्शन और प्रतियोगिता के अन्तिम चरण में पहुंचने के लिए बधाई दी, जो उन्हें राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि बच्चों को जीवन में कठिन परिश्रम करना चाहिए तथा सभी मुश्किलों का सामना ईमानदारी, निष्ठा एवं दृढ़ता के साथ लक्ष्यों को पूरा करने को कहा। उन्होंने कहा कि एसजेवीएनएल से ऊर्जा संरक्षण के लिए प्रेरणा लेते हुए उन्होंने राजभवन में ऊर्जा के दुरुपयोग पर अंकुश लगाने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं।

आचार्य देवव्रत ने प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान पर आने वाले विजेताओं को क्रमशः 20 हजार रुपये, 15 हजार रुपये तथा 10 हजार रुपये के पुरस्कार वितरित किए। इसके अतिरिक्त, हर श्रेणी में पांच-पांच हजार रुपये के 10 सांत्वना पुरस्कार भी वितरित किए। उन्होंने खण्ड शिक्षा अधिकारियों को सफल आयोजन में किए गए सहयोग के लिए सम्मानित किया। एसजेवीएनएल के स्वतंत्र निदेशक गणेश दत्त ने भी इस अवसर पर अपने विचार प्रकट किए।

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