हिमाचल हरित आवरण में अग्रणी

हिमाचल हरित आवरण में अग्रणीः डॉ.बाल्दी

हिमाचल हरित आवरण में अग्रणीः डॉ.बाल्दी

शिमला: अतिरिक्त मुख्य सचिव (योजना) डॉ श्रीकांत बाल्दी ने कहा कि कोरिया विश्व में एक अग्रणी देश है, जो हरित आवरण के लिए प्रतिबद्ध है। इसी प्रकार हिमाचल प्रदेश भी देश का अग्रणी राज्य है, जिसमें हरित आवरण की दिशा में सराहनीय कदम उठाए हैं। डॉ. बाल्दी आज यहां कोरिया ग्रीन ग्रोथ ट्रस्ट फंड की वरिष्ठ संचालन अधिकारी यूं जू एलिसन यी के नेतृत्व में विश्व बैंक दल के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। वहीं अतिरक्त मुख्य सचिव शहरी विकास एवं नगर नियोजन मनीषा नंदा ने कोरिया ग्रीन ग्रोथ ट्रस्ट फंड के विश्व बैंक दल के साथ बैठक की अध्यक्षता की।

इस बैठक में शहरी एवं नगर नियोजन निदेशक संदीप कुमार, प्रधान सचिव परिवहन  संजय गुप्ता, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य सचिव अनुराधा ठाकुर, योजना सलाहकार अक्षय सूद, साख्यिंकी एवं आर्थिकी विभाग के सलाहकार प्रदीप चौहान , शहरी विकास के निदेशक आर.के. प्रूथी, निदेशक परिवहन सुनील चौधरी, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के निदेशक आर.एस. नेगी, विश्व बैंक के वरिष्ठ पर्यावरण विशेषज्ञ पीयूष डोडरा, विश्व बैंक दल के अन्य विशेषज्ञ तथा राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

डॉ. बाल्दी ने कहा कि विश्व बैंक टीम सतत् हरित संवृद्धि के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए तकनीकी विशेषज्ञता एवं परामर्शी सेवाएं प्रदान करने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार के आमंत्रण पर शिमला आई है। उन्होंने कहा कि शिमला शहर का अमरुत मिशन जबकि धर्मशाला का स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि विश्व बैंक टीम कोरियन विशेषज्ञों सहित व्यवस्थित शहरी विकास, ठोस कचरा प्रबन्धन, परिवहन प्रबन्धन एवं सतत् हरित संवृद्धि में अपनी विशेषज्ञ राय प्रदान कर सकती है।

उन्होंने कहा कि कोरिया और हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक एवं जनसांख्यिकीय स्थिति लगभग एक सी है, इसलिए हम व्यवस्थित एवं सतत् हरित संवृद्धि में उनके अनुभव एवं विशेषज्ञता का सदुपयोग कर सकते हैं। उन्होंने शहरी विकास, परिवहन, पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, वन, शिक्षा एवं नगर निगम शिमला इत्यादि सम्बद्ध विभागों से कहा कि इस दिशा में उनके साथ मिलकर विस्तृत चर्चा की जानी चाहिए।

अतिरक्त मुख्य सचिव शहरी विकास एवं नगर नियोजन मनीषा नंदा ने कहा कि राज्य, विशेषकर शिमला तथा धर्मशाला के लिए भविष्य की योजनाएं तैयार करने के लिए शहरी विकास एवं नगर नियोजन विभागों सहित परिवहन एवं अन्य सम्बद्ध विभागों द्वारा कोरिया विश्व बैंक टीम के साथ विस्तृत परिचर्चाएं तथा फील्ड दौरे किए जाएंगे।

कोरिया ग्रीन ग्रोथ ट्रस्ट फंड की वरिष्ठ संचालन अधिकारी यूं जू एलिसन यी ने कहा कि कोरिया एक द्वीप है तथा हर प्रकार का कच्चा माल आयात करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है और बाढ़, उच्च तापमान एवं जलवायु परिवर्तन जैसी आपदाओं के प्रति काफी संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि कोरिया में वर्ष 2008 में ग्रीन ग्रोथ अवधारणा को अपनाया था और अब इस क्षेत्र में विश्व नेता के रूप में उभरा है।

उन्होंने कहा कि खाद्यान्न अवशेष सहित शत-प्रतिशत कूड़ा कचरे का निस्तारण न केवल वैज्ञानिक ढंग से किया जा रहा है, परन्तु इससे ऊर्जा भी पैदा की जा रही है। उन्होंने कहा कि कोरिया ने शहरी परिवहन क्षेत्र में ऐतिहासिक बदलाव लाया है, क्योंकि इसने सड़कों तथा मैट्रो लाइनों के विस्तार पर आधारित आपूर्ति कर्ता नीतियों से पारगमन अभिविन्यस्त शहरों के सृजन पर आधारित हरित मांग की नीतियों में हस्तांतरित किया है।

सम्बंधित समाचार

अपने सुझाव दें

Your email address will not be published. Required fields are marked *