राज्यपाल के कृषि विश्वविद्यालय अधिकारियों को गौ फार्म के सुधार के आदेश

शिमला: राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कांगड़ा जिले के चैधरी श्रवण कुमार हि.प्र. कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के डा. जी.सी. नेगी पशुपालन एवं पशु विज्ञान कालेज के अन्तर्गत गौ फार्म के कुप्रबन्धन एवं इसकी खराब हालत पर अप्रसन्नता जाहिर की है तथा पशुओं की दुर्बलता पर कड़ा रूख अपनाया है। उन्हें यह देख कर आश्चर्य हुआ कि फार्म में घरेलू पहाड़ी नस्ल की गाएं तक नहीं हैं। राज्यपाल ने आज पशु फार्म का औचक निरीक्षण किया।

राज्यपाल ने मामले पर कार्रवाई करने तथा फार्म की हालत में सुधार करने के लिए उच्च अधिकारियों को निर्देश दिए ताकि यह फार्म किसानों के लिए शो-केस बन सके। उन्होंने संस्थान में अध्ययनरत विद्यार्थियों के राज्य के बाहर बड़े फार्मों में क्षेत्रीय भ्रमण आयोजित करने के निर्देश भी दिए ताकि वे कार्यप्रणाली एवं व्यवस्था में तुलना कर सकें। आचार्य देवव्रत ने कृषि प्रौद्योगिकी सूचना केन्द्र का दौरा भी किया और केन्द्र में प्रदर्शित किए गए उत्पादों की सराहना की। उन्होंने वैज्ञानिकों से बातचीत की और उन्हें किसानों में वांछित आत्मविश्वास उत्पन्न करने तथा राज्य के किसानों व संस्थान के मध्य निरन्तर सम्पर्क एवं सामंजस्य स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने वैज्ञानिकों से मृदा परीक्षण, पौध उपचार क्लिनिक, बीमारियों का पता लगाना तथा पशु चिकित्सा सेवाएं इत्यादि के संबंध में किसानों को परामर्शी सेवाऐं प्रदान करने को कहा। उन्होंने संस्थान में बीजों, पौधों, पशुधन, नस्ल एवं विधायन उत्पादों पर किए जा रहे अनुसंधान से तैयार किये गए उन्नत किस्म के उत्पादों की बिक्री एवं वितरण के भी निर्देश दिए। उन्होंने प्रौद्योगिकी विस्तार क्षति पर नियंत्रण करनेे तथा विकसित निपुणता की सीधी पहुंच किसानों को उपलब्ध करवाने की सलाह दी।

राज्यपाल ने समस्याओं के समाधान के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण के माध्यम से कृषि सलाहकार सेवाओं को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। उन्होंने किसानों के लिये गुणात्मक सेवाएं विकसित करने तथा संस्थान द्वारा विकसित उत्पादों एवं तकनीकों की एक छत्त के नीचे सभी प्रकार की जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए के लिए एकल खिड़की वितरण प्रणाली की पेशकश की। राज्यपाल के साथ इस अवसर पर चैधरी श्रवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय के उप-कुलपति डा. के.के. कटोच तथा विभागों के अध्यक्ष भी थे।

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