प्रधानमंत्री ने किया तीन पनबिजली परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित

  • तीन विद्युत परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित
प्रधानमंत्री ने किया तीन पनबिजली परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित

प्रधानमंत्री ने किया तीन पनबिजली परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित

प्रधानमंत्री ने किया तीन पनबिजली परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित

प्रधानमंत्री ने किया तीन पनबिजली परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित

शिमला: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज हिमाचल प्रदेश के मंडी में एनटीपीसी के 800 मेगावाट के कोलदाम जल विद्युत घर, एनएचपीसी की 520 मेगावाट की पार्वती परियोजना और एसजेवीएनएल के 412 मेगावाट के रामपुर ताप बिजली घर को राष्ट्र को समर्पित किया। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत , हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा, केंद्रीय विद्युत, कोयला, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा , तथा खान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पीयूष गोयल और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर, बहुद्देशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा मंत्री सुजान सिंह पठानिया, नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल की उपस्थिति में एनटीपीसी की कोल डैम (800 मैगावाट), एनएचपीसी की पावर्ती जल विद्युत परियोजना (520 मैगावाट) तथा रामपुर (412 मैगावाट) हाईड्रो परियोजना को आज मण्डी से राष्ट्र को समर्पित की। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने मण्डी पहुंचने पर प्रधानमंत्री का अभिनन्दन किया और उन्हें राज्य के विकास से संबंधित सुझावों पर विचार करने संबंधी ज्ञापन सौंपा।

  • जल विद्युत परियोजनाओं से हिमाचल प्रदेश और देश के अन्य भागों में आएगी समृद्धि : प्रधानमंत्री

देश के विकास में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के योगदान की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इन जल विद्युत परियोजनाओं से हिमाचल प्रदेश और देश के अन्य भागों में समृद्धि आएगी। एचएचपीसी की पार्वती III परियोजना नदी योजना .संचालित है और इसमें 43मीटर ऊंचा रॉकफिल बांध है, बिजली घर भूमिगत है और इसमें 10.58 किमी लंबी जल कंडक्टर प्रणाली है। 520 मेगावाट ( 4 x 130 मेगावाट) स्थापित क्षमता के साथ चार वर्टिकल फ्रैंसिस टरबाइनों को चलाने के लिए 326 मीटर के कुल सिरे का उपयोग किया गया है। इस विद्युत परियोजना से सालाना 1963.29 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन होगा। पार्वती III परियोजना से हिमाचल प्रदेश , जम्मू तथा कश्मीर , पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश , हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान तथा केंद्र शासित क्षेत्र चंडीगढ़ लाभान्वित होंगे। यह विद्युत घर 13 प्रतिशत बिजली निःशुल्क गृह राज्य को सप्लाई करता है । 13 प्रतिशत में 12 प्रतिशत हिस्सा गृह राज्य का और 1 प्रतिशत स्थानीय क्षेत्र विकास निधि के लिए है। परियोजना की पूर्णता लागत लगभग 2600 करोड़ रुपये है और 30.09.2016 तक 816 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्ति के साथ कुल 1880एमयू बिजली उत्पादन हुआ है।

200 मेगावाट की चार इकाइयों में उत्पादन शुरु होने के साथ एनटीपीसी की कोलदाम परियोजना ने 800 मेगावाट की क्षमता हासिल कर ली है और यह उत्तरी ग्रिड को शीर्ष क्षमता प्रदान कर रही है। 90 प्रतिशत निर्भरता वर्ष आधार पर इस परियोजना से 3054 जीडब्ल्यूएच बिजली उत्पादन होगा। कोलदाम में उत्पादित 12 प्रतिशत बिजली गृह राज्य हिमाचल प्रदेश को निःशुल्क दी जाएगी और 1 प्रतिशत बिजली स्‍थानीय क्षेत्र विकास निधि के लिए दी जाएगी। परियोजना से प्रभावित सभी परिवारों को हर महीने 100 यूनिट बिजली निःशुल्क दी जाएगी जो कि यह कुल उत्पादन का 0.62 प्रतिशत है।इस तरह संयंत्र से उत्पादित कुल 13.62 प्रतिशत बिजली निःशुल्क हिमाचल प्रदेश को मिलेगी। शेष बिजली की आपूर्ति दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, जम्मू तथा कश्मीर, उत्तराखंड तथा केंद्र शासित क्षेत्र चंडीगढ़ जैसे अन्‍य लाभार्थी राज्‍यों को की जाएगी।

कुल्लू जिले में एसजेवीएनएल की 412 मेगावाट की रामपुर जल विद्युत परियोजना नाथपा झाकरी जल विद्युत स्टेशन के साथ-साथ संचालित होगी । यह परियोजना गृह राज्य हिमाचल प्रदेश को 13 प्रतिशत बिजली निःशुल्क देगी। प्रधानमंत्री आज पड्डल में सुबह 11.10 बजे पहुंचे और तीन जल विद्युत परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया।

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