शिमला: मुहर्रम के अवसर पर मंगलवार को शिमला में शिया समुदाय ने मतमे हुसैन की याद में जुलूस निकाला गया। हुसैन की याद में शिया समुदाय ने कृष्णानगर इमामबाड़े से बेरियर कब्रिस्तान तक ताजिया निकाला। समुदाय के लोगों ने अली या हुसैन कह कर जंजीरों से खून बहा कर ‘हुसैन की कुर्बानी’ को याद किया गया। समुदाय के लोगों ने लोहे की जंजीरों व चमड़े की बेल्ट से अपनी छाती और सिर पर वार किए, जिसमें दर्जनों युवा खून से लथपथ हो गए। जख्मी लोगों के उपचार के लिए डॉक्टर की टीम भी साथ थी।
मौलाना काजमी रजा नकवी का कहना है कि आपसी भाईचारे के लिए यह जलूस निकला जाता है और हुसैन ने सभी को मिलजुल कर रहने का संदेश दिया है और आज के दिन हुसैन ने कर्बला में शहादत दी थी, जिसे बड़े गमगीन रूप से हर साल मनाया जाता है।