कंगना रनौत बोलीं- संसद में विपक्ष का एक साल का तमाशा लोकतंत्र के लिए शर्मनाक

शिमला: भाजपा सांसद कंगना रनौत ने लोकसभा में चुनावी सुधारों पर अपने प्रभावशाली और निर्भीक उद्बोधन के माध्यम से विपक्ष की अव्यवस्था, अराजकता और दोहरे चरित्र को बेनकाब किया। उन्होंने कहा कि एक नए सांसद के रूप में उनका यह पहला वर्ष विशेष रूप से विपक्ष के व्यवहार के कारण अत्यंत चिंताजनक और मानसिक रूप से पीड़ादायक (ट्रॉमैटिक) रहा है।

उन्होंने कहा कि पूरे वर्ष विपक्ष ने संसद को सुचारु रूप से चलने नहीं दिया। “हर दिन सदन में तमाशा, नारेबाजी, वेल में आना, डराना-धमकाना और धक्कामुक्की—यह सब लोकतंत्र का अपमान है। हम यहां जनता की आवाज बनने आए हैं, सीखने आए हैं, लेकिन विपक्ष ने संसदीय मर्यादाओं को रौंदने का काम किया है।”

राहुल गांधी के भाषण में न तथ्य, न दिशा – केवल भ्रम और विदेशी एजेंडा

कंगना रनौत ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के हालिया भाषण पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि पूरे देश को उनसे किसी बड़े खुलासे की उम्मीद थी, लेकिन उनके भाषण में न कोई ठोस तथ्य था, न कोई ठोस मुद्दा। “खादी, धागा और लोग—इसी में उनका पूरा ‘फ्रेम’ सिमट गया। जब उनसे सीधे मुद्दे पर बात करने को कहा गया, तो वह केवल अपना आर्गुमेंट ‘फ्रेम’ करने की बात करते रहे।”

उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मूल की एक महिला की तस्वीर संसद में प्रदर्शित करने पर गहरी आपत्ति जताते हुए कहा कि वह महिला कई बार सार्वजनिक रूप से कह चुकी हैं कि उनका भारत या हरियाणा चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। इसके बावजूद बिना प्रमाण उनके चित्र का उपयोग कर व्यक्तित्व अधिकारों का उल्लंघन किया गया।

कंगना रनौत ने कहा, “एक महिला सांसद होने के नाते मैं पूरे सदन की ओर से उस महिला से सार्वजनिक रूप से माफी मांगती हूं। यह महिलाओं के सम्मान पर आघात है।”

कांग्रेस का महिलाओं के सम्मान पर उपदेश कोरा ढोंग

कंगना रनौत ने कहा कि जो पार्टी महिलाओं के सम्मान की दुहाई देती है, वही बार-बार महिलाओं का अपमान भी करती है। इसके विपरीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’, उज्ज्वला योजना, शौचालय, छात्रवृत्तियां और आत्मनिर्भर महिला योजनाएं देश में महिलाओं को वास्तविक सम्मान और सशक्तिकरण दे रही हैं।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ईवीएम को हैक नहीं करते, वह देशवासियों के दिलों को हैक करते हैं। इसलिए कांग्रेस बार-बार ईवीएम पर हार का ठीकरा फोड़ती है।”

वोट चोरी का इतिहास कांग्रेस का – इंदिरा गांधी बनाम राज नारायण केस इसका प्रमाण

कंगना रनौत ने कहा कि कांग्रेस जिस बैलेट पेपर युग को आदर्श बताती है, उसी दौर में सबसे बड़ा चुनावी घोटाला हुआ था। इंदिरा गांधी बनाम राज नारायण केस को याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि वोट चोरी और चुनावी धांधली में तत्कालीन प्रधानमंत्री दोषी पाई गई थीं और रातों-रात उनकी सदस्यता रद्द हुई थी।

उन्होंने कहा कि आज वही कांग्रेस ईवीएम पर अनर्गल आरोप लगाकर लोकतांत्रिक संस्थाओं पर अविश्वास फैलाने का काम कर रही है।

बिहार में SIR से 60 लाख फर्जी वोटर हटे, लोकतंत्र हुआ मजबूत

कंगना रनौत ने बताया कि बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) लागू होने के बाद 60 लाख से अधिक फर्जी, मृत और स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाए गए। इसके बाद 21 लाख नए वास्तविक वोटर जोड़े गए और परिणामस्वरूप 67% से अधिक मतदान हुआ, जो अब तक का रिकॉर्ड है।

उन्होंने कहा कि इससे यह सिद्ध होता है कि चुनावी शुद्धता से ही जनता का लोकतंत्र पर विश्वास मजबूत होता है।

वन नेशन–वन इलेक्शन से बचेगा 10,000 करोड़ से अधिक का खर्च

कंगना रनौत ने देशहित में “वन नेशन–वन इलेक्शन” को समय की आवश्यकता बताया। उन्होंने कहा कि बार-बार चुनावों के कारण न केवल 10,000 करोड़ रुपये से अधिक का आर्थिक नुकसान होता है, बल्कि प्रशासन, सुरक्षा बल, सरकारी संसाधन और आम नागरिक भी अत्यधिक थकान और दबाव में आ जाते हैं।

उन्होंने कहा कि एक साथ चुनाव कराने से लोकतंत्र को एक उत्सव के रूप में मनाया जा सकेगा और देश की अर्थव्यवस्था, प्रशासनिक दक्षता और नागरिक सुविधा—तीनों को लाभ होगा।

भाजपा राष्ट्रहित में चुनाव सुधारों के साथ मजबूती से खड़ी

कंगना रनौत ने कहा कि भाजपा केवल सत्ता की राजनीति नहीं, बल्कि देश के लोकतांत्रिक भविष्य को मजबूत करने की राजनीति करती है। विपक्ष अराजकता और भ्रम फैलाकर लोकतंत्र को कमजोर करना चाहता है, लेकिन भाजपा संसद से लेकर सड़कों तक संविधान, मर्यादा और जनादेश की रक्षा के लिए डटकर खड़ी है।

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