मण्डी: उपायुक्त अपूर्व देवगन आज पुलिस लाईन मंडी में आयोजित नार्को समन्वय समिति (एनकॉर्ड) की मासिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने नशे के विरुद्ध जारी अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए व्यापक जन सहयोग पर बल दिया। बैठक में पंचायत स्तर पर नशा निवारण समितियों के गठन की प्रगति की भी समीक्षा की गई।
उपायुक्त ने कहा कि नशे के विरुद्ध अभियान को और विस्तार देते हुए पंचायत स्तर पर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इसके तहत पंचायत स्तर पर समन्वय समितियां गठित की जा रही हैं। इन समितियों के सहयोग से दिसंबर माह के तीसरे, चौथे व अंतिम सप्ताह में वॉकथोन का आयोजन किया जाएगा। पाठशालाओं में खेल प्रतियोगिताएं भी करवाई जाएंगी, जिसमें संबंधित पाठशाला के एक शिक्षक सदस्य होंगे। इसके अतिरिक्त जनवरी, 2026 में पहले सप्ताह के मंगलवार, बुधवार और वीरवार को पंचायत स्तर पर नार्को समन्वय समितियों की बैठकें आयोजित की जाएंगी।
अपूर्व देवगन ने कहा कि नशीले पदार्थों के उपयोग एवं बिक्री पर पूर्ण रूप से रोक लगाने में जन सहयोग एक महत्वपूर्ण कारक है। पुलिस प्रशासन विभिन्न कानूनों के तहत दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर रहा है और साथ ही समाज को भी अपनी सहभागिता जताते हुए ऐसे तत्वों के बारे में सूचना देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नागरिक नशे के सेवन, तस्करी या अन्य नशा संबंधित गतिविधियों वाले हॉटस्पॉट की जानकारी सीधे ईमेल dcmandi33@gmail.com या व्हाट्सएप नंबर 9317221001 पर भेज सकते हैं। सूचना देने वाले की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी।
उपायुक्त ने कहा कि “ड्रग फ्री हिमाचल” एप और 1800-11-0031, 1933 तथा 14446 नशा मुक्ति हेल्पलाइन नंबरों पर कोई भी व्यक्ति नशे की रोकथाम, परामर्श और उपचार संबंधी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि नशामुक्त हिमाचल की दिशा में प्रदेश सरकार के निर्देशों के अनुरूप नशामुक्त मंडी अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत चिट्टे पर प्रहार के लिए जिला में सजग व ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। नशीले पदार्थों की बिक्री व सेवन पर रोक के लिए एक मजबूत निगरानी तंत्र की अहम भूमिका रहती है। उन्होंने ड्रग निरीक्षक को प्रतिबंधित दवाइयों की अवैध बिक्री रोकने के लिए नियमित अंतराल पर केमिस्ट शॉप का निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा ने बताया कि वर्ष 2025 में अब तक एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत 297मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 475 अभियुक्त गिरफ्तार हुए हैं। इस अवधि में पुलिस ने 1.323 किलोग्राम अफीम, 1.079 किलोग्राम चिट्टा, 60.353 किलोग्राम चरस और 1686 प्रतिबंधित टैबलेट्स जब्त की हैं। केवल नवंबर माह में ही 18 मामले दर्ज कर 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस दौरान 28.63 ग्राम चिट्टा /Heroin और 3.35 किलोग्राम चरस बरामद की गई। वन विभाग ने नशे के स्रोत पर प्रहार करते हुए 161238 पॉपी पौधों और 367094 कैनाबिस पौधों को नष्ट किया है।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त गुरसिमर सिंह, नगर निगम के आयुक्त रोहित राठौर, एसडीएम थुनाग मनु वर्मा, डीएफओ मुख्यालय अंबरीश शर्मा, जिला कल्याण अधिकारी समीर, जिला विकास अधिकारी जी.सी. पाठक सहित विभिन्न विभागों के समिति सदस्य उपस्थित रहे।