- राज्यपाल ने सराही हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की पहल
शिमला: राज्यपाल आचार्य देवव्रत को आज यहां हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष के.एस. तोमर ने आयोग की वर्ष 2014-15 की उपलब्धियों की वार्षिक रिपोर्ट भेंट की। उन्होंने आयोग द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की।
राज्यपाल ने आयोग के एचएएस परीक्षा को आईएएस पद्धति के अनुरूप बदलने के निर्णय को ऐतिहासिक बताया तथा कहा कि इस निर्णय से हिमाचल प्रदेश के प्रतिभागियों को प्रशासनिक सेवाओं की प्रतिस्पर्धाओं में सहायता मिलेगी। राज्यपाल ने आयोग के उत्र्तीण विद्यार्थियों को अंग्रेजी तथा हिन्दी में साक्षात्कार का अवसर प्रदान करने के प्रयासों की सराहना की तथा कहा कि इससे प्रतिभागी लाभान्वित होंगे। आयोग के अध्यक्ष ने राज्यपाल को बताया कि 90 प्रतिशत उम्मीदवार हिन्दी भाषा को चुन रहे हैं और भाषा के विकल्प से सभी उम्मीदवारों, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिभागियों को लाभ मिला है।
तोमर ने राज्यपाल को आयोग की अन्य उपलब्धियों बारे अवगत करवाते हुए कहा कि जनवरी 2017 से नई एचएएस पद्धति आरम्भ की जाएगी। मोबाइल ऐप जरूरतमंद उम्मीदवारों के मार्गदर्शन के लिए हेल्प लाईन, न्यायिक सेवाएं परीक्षा वर्ष में दो बार आयोजित करना तथा एचएएस परीक्षा में प्रशासनिक कारणों से एक वर्ष के अन्तर को समाप्त करना आयोग की उपलब्धियों में शामिल है। तोमर ने राज्यपाल को नई पद्धति के तहत सूक्ष्म स्तरीय पाठ्यक्रम को अंतिम रूप देने के प्रयासों के बारे में बताया तथा कहा कि यह हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय तथा देश की अन्य विश्वविद्यालय के 20 से अधिक प्रौफेसरों की सहायता से संभव हो सका है।
अध्यक्ष ने कहा कि सरकार द्वारा कालेज कैडर के सहायक प्राध्यापकों, सूचना प्रौद्योगिकी के स्कूल अध्यापकों, पीजीटी इत्यादि के भारी संख्या में पद सृजित किए हैं। जिनके परीक्षा आयोजित करने की प्रक्रिया आरम्भ कर दी गई है और शीघ्र ही इनके लिए परीक्षा आयोजित की जाएगी।
राज्यपाल ने राज्य लोक सेवा आयोगों के अध्यक्षों व सदस्यों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला की अवधारणा की सराहना की, जिससे हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष तोमर द्वारा आरम्भ किया गया है, जो एक वार्षिक गतिविधि बन गया है। तोमर ने राज्यपाल को बताया कि संघ लोक सेवा आयोग ने उनके नवीन सिद्धांतों को अपनाया है। तोमर वर्तमान में भारत के राज्य के लोक सेवा आयोग की राष्ट्रीय सम्मेलन की स्थाई समिति के अध्यक्ष भी हैं।