हिमाचल में अगले साल से शुरू होगी बीएसएनएल की 5-जी मोबाईल सेवा : मुख्य महाप्रबंधक चरण सिंह

बीएसएनएल की रजत जयंती पर मुख्य महाप्रबंधक चरण सिंह ने गिनाई उपलब्धियां

ई-सिम सेवा भी शुरू

बीएसएनएल के ग्राहक और लाभ दोनों बढ़े

शिमला : हिमाचल प्रदेश में अगले साल से 5-जी मोबाइल सेवा शुरू हो जाएगी। इस सेवा के लिए भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के मौजूदा स्वदेशी 4-जी मोबाइल टावर को अपग्रेड करने की जरुरत पड़ेगी। इन टावर का हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभारम्भ किया था। बीएसएनएल हिमाचल प्रदेश दूरसंचार परिमंडल के मुख्य महाप्रबंधक, चरण सिंह ने आज 1 अक्टूबर को बीएसएनएल की रजत जयंती के अवसर पर आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए बीएसएनएल की उपलब्धियों, वित्तीय पुनरुद्धार और भविष्य के विकास की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बीएसएनएल की रजत जयंती स्वदेशी तकनीक के साथ लचीलेपन, राष्ट्रीय सेवा और नई गति का उत्सव है। सिंह ने बताया कि बीएसएनएल द्वारा ई-सिम सेवा भी शुरू की गयी है इसका औपचारिक शुभारम्भ जल्दी ही होगा। इस अवसर पर वरिष्ठ अधिकारी राजन कंबोज (पीजीएम ईबी एंड टीएक्स),विजय प्रकाश (पीजीएम सीएम) और राम गोपाल मीणा (जीएम शिमला ) भी मौजूद थे।

उन्होंने बताया कि ई-सिम मौजूदा सिम की तुलना में ज्यादा सुरक्षित होगी। स्वदेशी तकनीक पर आधारित 4-जी मोबाइल टावर की विशेषताएं बताते हुए उन्होंने कहा कि ये विश्वसनीय और उच्च गति वाली मोबाईल सेवा सुनिश्चित करेंगे और  हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति, किन्नौर, पांगी, भरमौर, तिस्सा क्षेत्रों के 881 असंबद्ध दूरदराज के गांवों और आदिवासी इलाकों को 4G कवरेज प्रदान कर रहे हैं। राज्य में बीएसएनएल के प्रति आम लोगों का भरोसा बढ़ने का उल्लेख करते हुए चरण सिंह ने बताया कि हिमाचल प्रदेश दूरसंचार परिमंडल ने 2023-24 में 260 करोड़ रुपये से बढ़कर 2024-25 में 325 करोड़ रुपये हासिल की है जोकि 25% की राजस्व वृद्धि है। पहली तिमाही (2025-26) के दौरान हिमाचल प्रदेश में पिछले साल की पहली तिमाही (2024-25) की तुलना में 27% की राजस्व वृद्धि 63 करोड़ रुपये से बढ़कर 80 करोड़ रुपये हो गई है। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में बीएसएनएल के 17 लाख से ज़्यादा मोबाइल ग्राहक हैं और पिछले एक साल में लगभग 3 लाख नए मोबाइल ग्राहक जुड़े है सिंह ने जानकारी दी कि एफटीटीएच के मोर्चे पर बीएसएनएल के हिमाचल प्रदेश में अगस्त 2025 तक कुल कनेक्शन 80 हजार 810 हो गए हैं। इस साल सितंबर तक 9 हजार 270 नए कनेक्शन भी जुड़े हैं।

उन्होंने कहा कि यह वृद्धि बीएसएनएल की विश्वसनीय हाई स्पीड ब्रोड्बैंड में घरों, व्यवसायों और संस्थानों के बढ़ते भरोसे को दर्शाती है। बीएसएनएल एफटीटीएच किफायती बंडल्ड वॉयस और डेटा प्लान के साथ 300 एमबीपीएस तक की स्पीड प्रदान करता है, जो प्रदर्शन और मूल्य दोनों सुनिश्चित करता है। उन्होंने कहा कि आपदा के समय आगे बढ़कर मदद करने की नीति के अनुरूप हिमाचल प्रदेश बीएसएनएल ने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, जलविद्युत परियोजनाओं और अन्य एजेंसियों को इनमारसैट स्टेशनों के साथ लगभग 100 सैटेलाइट फोन भी प्रदान किए हैं- जो हिमाचल प्रदेश में आपदा राहत और प्रबंधन में महत्वपूर्ण साबित हो रहे हैं।

उन्होंने बताया कि डिजिटल भारत निधि द्वारा वित्त पोषित, एबीपी भारतनेट का अगली पीढ़ी का अपग्रेड है। हिमाचल प्रदेश के लिए, आईटीआई लिमिटेड द्वारा कार्यान्वयन के साथ, कुल 2,450 करोड़ का परिव्यय निर्धारित किया गया है। यह कार्यक्रम 2027 तक सभी 3,615 ग्राम पंचायतों और लगभग 15,500 गैर-जीपी गांवों को उन्नत ओएफसी रिंग आर्किटेक्चर, ब्लॉक/जीपी स्तर पर आईपी-एमपीएलएस राउटर, रिमोट फाइबर मॉनिटरिंग और विश्वसनीय पावर बैकअप सिस्टम के माध्यम से जोड़ेगा। सिंह ने बताया कियह सरकारी संस्थानों, घरों, स्कूलों, स्वास्थ्य केंद्रों, पुलिस स्टेशनों और निजी उद्यमों के लिए डिजिटल पहुंच को बदल देगा, जिससे राज्य भर में समान विकास सुनिश्चित होगा।

                                                                                                                                                                      ***

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