दयानन्द पब्लिक स्कूल, शिमला में हिन्दी दिवस बड़े उत्साह और गरिमा के साथ मनाया गया
दयानन्द पब्लिक स्कूल, शिमला में हिन्दी दिवस बड़े उत्साह और गरिमा के साथ मनाया गया
शिमला: दयानन्द पब्लिक स्कूल, शिमला में हिन्दी दिवस बड़े उत्साह और गरिमा के साथ मनाया गया। विद्यालय परिवार ने इसे हिन्दी पखवाड़ा के रूप में मनाने का संकल्प लिया, ताकि मातृभाषा हिन्दी के गौरव, ऐतिहासिक धरोहर और राष्ट्रीय एकता में उसके योगदान को विशेष महत्व दिया जा सके।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः कालीन वंदना सत्र से हुआ जिसमें अवनी ने मातृभाषा के गौरवपूर्ण इतिहास, वर्तमान परिप्रेक्ष्य और उज्ज्वल भविष्य पर अपने विचार व्यक्त किए। इसके उपरांत विद्यालय में अनेक प्रतियोगिताएँ आयोजित की गई, जिनमें सुलेख, शुभकामना कार्ड, नारा लेखन, स्वरचित कविता, दोहा गायन, कविता वाचन, भाषण एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता शामिल थी। छात्रों की उत्साही भागीदारी ने समारोह को जीवंत बना दिया।
सुलेख प्रतियोगिता में संध्या (कक्षा 7वीं) ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर प्रथम स्थान पाया, वहीं शुभकामना कार्ड प्रतियोगिता में जायल ने उत्कृष्टता से सभी का ध्यान आकर्षित किया।
सुलेख प्रतियोगिता में संध्या, दिवम, ज्योतिका, सना, छेरिंग, अदिति, सानवी, अनन्या, अन्नव और अभिनव ।
शुभकामना कार्ड में अथर्व, कार्तिक जायल, यशांसी।
नारा लेखन में शाश्वत, निवृति कुश।
स्वरचित कविता में आरुष, भौमिक, पृथ्वी।
भाषण में विक्रांत, हर्षिता, आराध्या, प्रथम सूद संस्कृति ।
कविता वाचन में कर्तव्य, वत्सल, अमूल्या, हार्दिक, वंश ।
दोहा गायन में वंशिका नेगी और देवांशी, राघव प्रथम रहीं।
सभी प्रतियोगिताओं में प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया। शिक्षकों सीमा और यश नलवा के मार्गदर्शन तथा विद्यार्थियों की सक्रिय सहभागिता से कार्यक्रम का संचालन अत्यंत सफलतापूर्वक हुआ।
प्रधानाचार्या अनुपम ने इस अवसर पर संपूर्ण विद्यालय परिवार को हिन्दी दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा “मातृ भाषा किसी देश की पहचान और गौरव होती है। इसके संरक्षण और संवर्धन के लिए हम सभी को निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए।”
पूरे विद्यालय परिसर में मातृभाषा हिन्दी के प्रति गर्व और सम्मान की लहर दौड़ती रही। यह आयोजन विद्यार्थियों को न केवल अपनी रचनात्मक और बौद्धिक क्षमता दिखाने का अवसर दे गया, बल्कि हिन्दी के प्रति प्रेम और गर्व को भी गहराई से आत्मसात करा गया।