मुख्यमंत्री के चंबा बस अड्डे का निर्माण दो माह में पूरा करने के निर्देश

  • किलोड़-रिजोटी-कालामाल तथा किलोड-अन्नेहर सड़कों के निर्माण की घोषणा
  • प्रदेश में कार्यान्वित की जा रही 500 करोड़ की कौशल विकास भत्ता योजना

शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने गत देर सांय चम्बा जिले के जनजातीय उपमण्डल भरमौर के चैरासी मंदिर परिसर में पूजा-अर्चना के उपरांत एक विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्रीमती इन्दिरा गांधी ने चम्बा जिले में अपना प्रथम सम्बोधन किया था, इसलिए चम्बा बस अड्डे का नाम उनकी जन्म शताब्दी पर इन्दिरा गांधी बस टर्मिनल रखा जाएगा। उन्होंने बस अड्डे का कार्य दो माह के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने राजकीय कालेज भरमौर में लड़कों व लड़कियों के लिए अलग-अलग छात्रावासों के निर्माण की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री के साथ इस अवसर पर हि.प्र. राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, हि.प्र.राज्य वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केवल सिंह पठानिया, जिला परिषद के अध्यक्ष धर्म सिंह पठानिया, एपीएमसी के अध्यक्ष नीरज नय्यर, जनजातीय सलाहकार समिति के सदस्य सुमन देवी, युवा कांग्रेस भरमौर के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, वन विकास निगम के निदेशक मंडल के सदस्य संजय ठाकुर सहित शहर के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

वीरभद्र सिंह ने लोगों से सभी परिस्थितियों में एकजुट होकर भाजपा के विभाजनकारी दुष्प्रचार एवं रणनीति का शिकार न होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भाजपा धर्म एवं क्षेत्र की राजनीति करती है, तथा लोगों को क्षेत्र के आधार पर बांटने की कोशिश करती है। लोगों को इस बात को समय रहते महसूस करना चाहिए, अन्यथा यह देश हित के लिए घातक होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बेरोज़गार युवाओं के कौशल उन्ययन के लिए प्रदेश में 500 करोड़ रुपये की कौशल विकास भत्ता योजना कार्यान्वित की जा रही है। इस योजना के अन्तर्गत बेरोजगार युवाओं को 1000 रुपये जबकि विशेष रूप से सक्षम व्यक्तियों को 1500 रुपये प्रतिमाह भत्ता प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवाओं को इस योजना का लाभ प्राप्त करना चाहिए, क्योंकि सरकारी क्षेत्र में सभी को नौकरियां संभव नहीं हैं। वीरभद्र सिंह ने कहा कि सरकार लोगों के कल्याण तथा उनकी जायज़ मांगों को पूरा करने के लिए वचनबद्ध है। गृह रक्षकों को राहत पहुंचाने के लिए उनकी दिहाड़ी 250 रुपये से बढ़ाकर 570 रुपये की गई है। अंशकालीन जलवाहकों का मानदेय 1700 रुपये से बढ़ाकर 1900 रुपये तथा मजूदरों की दिहाड़ी 150 रुपये से बढ़ाकर 200 रुपये की गई है।

उन्होंने कहा कि गत साढ़े तीन वर्षो के दौरान राज्य में अभूतपूर्व प्रगति हुई है, और आज हिमाचल पर्वतीय विकास में एक आदर्श राज्य उभरकर सामने आया है। राज्य में प्रति व्यक्ति आय 240 रुपये बढ़कर 130067 रुपये हो गई है। साक्षरता दर लगभग 88 प्रतिशत तक पहुंच गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास कभी न समाप्त होने वाली एक सतत् प्रक्रिया है, और इसी के दृष्टिगत सरकार ने वर्तमान कार्यकाल में राज्य में 135 स्वास्थ्य संस्थान खोले अथवा स्तरोन्नत किए हैं। इसी प्रकार 1004 नए स्कूल खोले अथवा स्तरोन्नत किए गए हैं। राज्य में 19 नई आईटीआई खोली गई हैं, जिससे इनकी संख्या बढ़कर 105 हो गई हैं। आज राज्य में 115 काॅलेज हैं जिनमें से अधिकांश कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में खोले गए हैं। गत साढ़े तीन वर्षों के दौरान राज्य में 29 नये डिग्री काॅलेज खोले गए। उन्होंने कहा कि राज्य में पर्याप्त शिक्षण संस्थान खोले जा चुके हैं, और अब सरकार स्कूलों को केवल अति आवश्यकता वाले क्षेत्रों में ही खोलेगी अथवा स्तरोन्नत करेगी। हालांकि, प्राथमिक पाठशालाएं खोलने पर कोई रूकावट नहीं है, लेकिन जमा दो पाठशालाएं अब पूर्ण विचार-विमर्श के उपरांत ही स्तरोन्नत की जाएंगी। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में स्कूल खोलने के अलग मापदंड हैं, और इन क्षेत्रों में जहां पाठशाला की मांग होगी, इस पर विचार अवश्य किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि सिरमौर जिले के धौलाकुआं में भारतीय प्रबन्धन संस्थान की स्थापना की जा रही है, जबकि मंडी जिले के कमांद में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान पहले से ही कार्य रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भरमौर विधानसभा क्षेत्र में अनेक सड़कों का निर्माण किया गया है, लेकिन हमारा उददेश्य राज्य के प्रत्येक गांव को संपर्क सड़कों से जोड़ने का है। उन्होंने कहा कि आज राज्य में 36759 किलोमीटर लंबी सड़कों का एक मजबूत नेटवर्क है जो वर्ष 1950-51 में केवल 288 किलोमीटर था। उन्होंने कहा कि सड़क सुविधा से वंचित शेष गांवों में सड़कें पहुंचाने का कार्य अभी पूरा किया जाना बाकि है। वीरभद्र सिंह ने किलोड़-रिजोटी-कालामाल सड़क तथा किलोड-अन्नेहर सड़क के निर्माण और अनेहर सड़क के लिए 20 लाख रुपये की अतिरिक्त धनराशि प्रदान करने की घोषणाएं की। इससे पूर्व, लिल्ह में आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री ने इन सड़कों का निर्माण प्राथमिकता पर करने का आश्वासन दिया।

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