तीनों लापता बच्चे शिमला पुलिस ने 24 घंटे में ढूंढ निकाले; बच्चों को ढूंढने में पुलिस की मदद करने वाले रौनक शर्मा शिक्षा मंत्री ने किया सम्मानित

हिमाचल: प्रदेश की राजधानी शिमला स्थित प्रतिष्ठित बिशप कॉटन स्कूल (बीसीएस) से तीन बच्चों के लापता होने से पूरे शहर में सनसनी फ़ैल गई। बच्चों के लापता होने की सूचना मिलते ही शिमला पुलिस ने एसएसपी संजीव कुमार गांधी के नेतृत्व में 150 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों की एक टीम का गठन किया। 24 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने आखिरकार तीनों बच्चों को एक गाड़ी से सकुशल ढूंढ लिया।

जिला पुलिस ने 24 घंटों में 300 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले। इसमें स्कूल के गेट से लेकर खलीनी बाजार, रिज, मालरोड समेत जिलेभर में चौराहों और सड़कों के किनारे लगे कैमरों की जाँच की गई। पुलिस को खलीनी चौक में उस समय अहम सुराग मिला, जब बच्चे स्कूल से कैमरों में निकलते हुए तो दिखाई दिए लेकिन खलीनी चौक पर नहीं दिखे; जबकि एक सफेद शर्ट पहने ड्राइवर एक आईटेन गाड़ी में था। इसी गाड़ी में बच्चों के होने का शक हुआ। पुलिस ने तुरंत अपर शिमला और दूसरे राज्यों की ओर जाने वाले सभी रास्तों पर लगे कैमरों की मदद से इस गाड़ी की तलाश शुरू कर दी।

वहीं बच्चों के लापता होने की खबर मिलते ही कुल्लू, मोहाली और करनाल से उनके परिजन तुरंत शिमला पहुंच गए थे। पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस भी रविवार को शिमला पहुंचे थे। परिजन ने दिनभर अपने बच्चों को ढूंढने के लिए स्कूल और आसपास के इलाकों में भटकते रहे।

रातभर चले इस तलाशी अभियान के बाद आखिरकार रविवार दोपहर पुलिस ने चैंथला रोड पर कोकूनाला के पास से तीनों बच्चों को उस गाड़ी से सुरक्षित बरामद कर लिया और आरोपी को भी पकड़ लिया।

पुलिस जांच में सामने आया है कि छठी से बारहवीं कक्षा के बच्चे आउटिंग के लिए अकेले बाहर जाते थे। शनिवार को बच्चे दोपहर 12 बजे स्कूल से बाहर निकले थे।  आरोपी को इसकी जानकारी थी और वह पहले से ही सड़क पर गाड़ी लेकर इंतजार कर रहा था।आरोपी समित सूद ने बच्चों को ये कहकर लिफ्ट दी कि वह भी इसी स्कूल का छात्र रहा है। वह उन्हें आगे छोड़ देगा लेकिन आरोपी ने हथियार दिखाकर डरा धमकाकर बच्चों को कोटखाई के कोकुनला पहुंचा दिया।  शाम 5 बजे जब बच्चे वापस नहीं लौटे तो स्कूल प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी।

एसएसपी शिमला संजीव कुमार ने तीनों छात्रों के लापता होने की सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई करते एडीशनल एसपी नवदीप सिंह, डीएसपी अमित ठाकुर की अगुवाई में अनुभवी अफसरों और कर्मचारियों की टीम का गठन किया। यह टीम इससे पहले संदीप शाह, शाही महात्मा समेत कई बड़ी वारदातों को सुलझा चुकी है। पुलिस की टीम ने शनिवार रात से कालका के साथ ही जिले से दूसरे राज्यों के लिए जाने वाले रास्तों में नाकाबंदी की और इसके बाद आसपास के जंगलों को भी खंगाला। आखिरकार 24 घंटों के भीतर पुलिस ने जांच, तकनीक और कड़ी मेहनत के दम पर छात्रों को बरामद कर लिया तो वहीं आरोपी को भी पकड़ लिया। जांच में पता चला है कि तीन बच्चों का अपहरण करने वाले आरोपी सुमित सूद ने शेयर बाजार में करोड़ों रुपये का नुकसान किया था। इस नुकसान की भरपाई के लिए उसने अपहरण की योजना बनाई। आरोपी सुमित सूद ने फिरौती के इरादे से इन तीनों बच्चों का अपहरण किया था। वह उन्हें अपनी कार में ले गया, जिस पर दिल्ली का नंबर प्लेट लगा था। पुलिस ने उस गाड़ी को भी बरामद कर लिया है।

एसएसपी संजीव कुमार गांधी ने बच्चों को 24 घंटे के भीतर बरामद करने वाली टीम की सराहना की है।

स्कूली बच्चों को ढूंढने में पुलिस की मदद करने वाले रौनक शर्मा शिक्षा मंत्री ने किया सम्मानित

शिमला: शिमला के तीन स्कूली छात्रों को पुलिस ने सुरक्षित ढूंढ निकाला। ये तीनों बच्चे रविवार शाम को शिमला जिला के कोटखाई उपमंडल के कोकुनाला क्षेत्र में मिले। इसी दौरान पुलिस ने एक अपहरणकर्ता, सुमित सूद, को भी गिरफ्तार किया। बच्चों को ढूंढने और आरोपी को पकड़वाने में कोटखाई निवासी रौनक शर्मा की भी अहम भूमिका रही। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने रौनक शर्मा को सम्मानित करते हुए उनका आभार व्यक्त किया।

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