शिमला: शहर में 24×7 जलापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए क्रियान्वित की जा रही ‘सतत दबावयुक्त जल आपूर्ति परियोजना’ (Continuous Pressurized Water Supply Project) के प्रदर्शन आधारित अनुबंध (Performance Based Contract) की प्रगति की समीक्षा हेतु विश्व बैंक (World Bank) का उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल शिमला दौरे पर है।
दौरे के पहले चरण में प्रतिनिधिमंडल ने शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड (SJPNL) और SUEZ के अधिकारियों के साथ संजौली स्थित नव निर्मित ग्राहक सुविधा केंद्र (Customer Facilitation Center) का निरीक्षण किया। इस दौरान उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध सेवाओं, शिकायत निवारण प्रणाली, बिलिंग सुविधा व त्वरित समाधान प्रक्रिया की जानकारी SUEZ टीम द्वारा दी गई।
परियोजना निदेशक मनमीत कौर के नेतृत्व में SUEZ टीम ने विश्व बैंक दल के समक्ष डिजिटल समाधान प्रणाली, कॉल सेंटर सुविधाएं और उपभोक्ता डेटा प्रबंधन का डेमो प्रस्तुत किया। SJPNL के महाप्रबंधक (GM), सहायक महाप्रबंधक (AGM) तथा सहायक अभियंता (SDO) भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
विश्व बैंक प्रतिनिधियों ने संजौली केंद्र की कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह की सुविधा उपभोक्ताओं की संतुष्टि सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। दल ने केंद्र परिसर में औषधीय व सुगंधित पौधों का रोपण कर पर्यावरण जागरूकता का संदेश भी दिया।
इसके पश्चात प्रतिनिधिमंडल मशोबरा पहुँचा, जहाँ पाइपलाइन बिछाने के कार्य का निरीक्षण किया गया। इस दौरान SJPNL के अधिकारी, परियोजना से जुड़े इंजीनियरिंग स्टाफ के साथ स्थानीय पार्षद श्रीमती विशाखा मोदी भी उपस्थित रहीं। विश्व बैंक के सदस्यों ने पाइपलाइन बिछाने की तकनीक, गुणवत्ता, सुरक्षा मानकों व श्रमिकों की सुरक्षा व्यवस्थाओं का गहन अवलोकन किया।
दल ने निर्माण स्थल पर सुरक्षा मानकों के कड़ाई से पालन, स्थानीय जनता के साथ संवाद प्रक्रिया तथा परियोजना के सुचारू क्रियान्वयन के लिए उठाए जा रहे कदमों पर संतोष व्यक्त किया।