शिमला: हिमाचल प्रदेश में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान कार्यान्वित किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने आज यहां जानकारी देते हुए कहा कि यह अभियान 9 अगस्त, 2016 से प्रदेश में लागू किया जाएगा। इस अभियान के अंतर्गत गर्भावस्था की दूसरी या तीसरी तिमाही के दौरान सरकारी स्वास्थ्य संस्थान में गर्भवती महिला की जांच की जाएगी ताकि उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली महिलाओं की पहचान करके उनका इलाज किया जा सकें। अस्पताल में कम से कम एक चिकित्सक होना अनिर्वाय है। उन्होंने कहा कि अधिक जटिलता की स्थिति में महिलाओं को उच्चतर स्वास्थ्य संस्थान में भेजा जाएगा, जहां उन्हें चिकित्सक की निगरानी में रखकर उनका उपचार किया जाएगा, जिससे प्रदेश में मातृ मृत्यु दर में और कमी आएगी।
यह सुविधा प्रत्येक महीने की 9 तारीख को उपलब्ध होगी और यदि किसी महीने की 9 तारीख को सरकारी अवकाश हो तो अगले कार्य दिवस को यह सुविधा प्रदान की जाएगी। गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं को चिकित्सक की उपलब्धता वाले स्वास्थ्य संस्थान तक पहुंचाने में आशा कार्यकर्ता व ए.एन.एम. की सहायता ली जाएगी।