हिमाचल: प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ ने शनिवार को चौड़ा मैदान में प्रदर्शन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में प्राथमिक शिक्षक प्रदर्शन में शामिल हुए और अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। प्रदर्शन से पहले शिक्षा सचिव की ओर से प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष जगदीश शर्मा और महासचिव संजय को नोटिस जारी कर कहा कि अगर शिक्षकों ने शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया तो इसे मिस कंडक्ट माना जाएगा। लेकिन शिक्षकों ने सरकार के नोटिस को नजर अंदाज कर प्रदर्शन किया और शिक्षा सचिव के खिलाफ नारे भी लगाए।
शिक्षा सचिव की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि प्रदर्शन में शामिल शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटा जाएगा। साथ ही प्रदर्शन में सरकार, सरकार की नीतियों व कार्यक्रमों के खिलाफ बयानबाजी करने वाले शिक्षकों को निलंबित किया जाएगा और उनके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। राज्य सरकार का कहना है कि किसी भी कर्मचारी संगठन का उद्देश्य अपने सदस्यों के सेवा हितों की रक्षा करना होता है, न कि सरकार की नीतिगत निर्णयों की खुलेआम आलोचना करना। सरकार ने बार-बार आश्वासन दिया है कि शिक्षा विभाग के पुनर्गठन से शिक्षकों की सेवाओं और पदोन्नति के अवसरों पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा, इसके बावजूद विरोध प्रदर्शन को अनुशासनहीनता माना गया है।