बिजली बोर्ड संयुक्त संघर्ष समिति ने हमीरपुर में की महापंचायत

हिमाचल: हमीरपुर जिले में बिजली बोर्ड के कर्मचारियों और पेंशनरों ने हजारों की संख्या में उपस्थिति दर्ज करवाई और प्रदेश सरकार के खिलाफ अपना विरोध जताया

बिजली बोर्ड कर्मचारियों, अभियंताओं व पेंशनरों की संयुक्त संघर्ष समिति ने हमीरपुर में महापंचायत का आयोजन किया। कार्यक्रम में हमीरपुर के बिजली बोर्ड कर्मी, पेंशनर, आउटसोर्स कर्मी मौजूद रहे। कमेटी की ओर से हीरालाल सहित अन्य वक्ताओं ने प्रदेश सरकार की युक्तिकरण व केंद्रीयकरण के नाम पर शुरू की गई पद समाप्ति की मुहिम को एकतरफा करार देते हुए इसे बंद करने की मांग की। उन्होंने कहा कि अन्य बिजली बोर्ड कर्मियों को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की ओर से प्रदेश सरकार को गलत जानकारियां देकर विद्युत बोर्ड लिमिटिड को तहस-नहस करने का काम किया जा रहा है। इसे लेकर प्रदेश भर में सभी कर्मचारियों व पेंशनर्स में भारी आक्रोश है। संयुक्त मोर्चा के सह संयोजक हीरालाल वर्मा ने बताया कि सभी कर्मी इन दिनों सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक वर्क टू रूल के तहत ही काम करेंगे। उन्होंने कहा कि बिजली बोर्ड में युक्तिकरण के नाम पर पद समाप्त नहीं होने देंगे।

ये हैं कर्मचारियों की प्रमुख मांगेंः-

1. बिजली बोर्ड में पुरानी पेंशन बहाल की जाए

2. बिजली बोर्ड में युक्तिकरण के नाम पर 706 सरप्लस पदों को बहाल किया जाए और नई भर्तियां शुरू की जाए।

3. बिजली कर्मचारियों व अभियंता के साथ जून 2010 में हुए समझौते को लागू करते हुए छेड़छाड़ नहीं की जा सकती

4. बिजली बोर्ड़ पेंशनरों के सेवानिवृत्ति के लाभ और पेंशन की बकाया राशि की अदायगी शीघ्र की जाए।

5. बिजली बोर्ड में आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए स्थायी नीति बनाई जाए और भविष्य में आउटसोर्स भर्ती बंद की जाए।

6. बिजली बोर्ड में सबस्टेशन व पावर हाउस की ऑपेरशन एंड मेंटेनेंस आउटसोर्सिंग बंद की जाए।

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