हिमाचल ब्रांड के उत्पाद दिखेंगे अंतरराष्ट्रीय बाजार में

  • मुख्यमंत्री का हिमाचल प्रदेश में उद्यमियों से निवेश का आग्रह

 शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि सरकार सक्रियता एवं आक्रामकता से ‘निमंत्रण द्वारा उद्योग’ को अनुमति प्रदान कर रही है। हिमाचल ने उद्यमियों के लिए अधिक रास्ते खोले हैं और एक दिन आएगा जब हम हिमाचल ब्रांड के नाम से तथा ‘हिमाचल में निर्मित’ निशान सहित अंतरराष्ट्रीय बाजार में हिमाचली उत्पादों को देखेंगे। वीरभद्र सिंह आज सोलन जिले के कसौली विधानसभा के दो दिवसीय दौरे के दौरान परवाणु में एक जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे।

वीरभद्र सिंह ने कहा कि राज्य में नये निवेशों की शीघ्र स्वीकृतियां सुनिश्चित करने के लिए हिमाचल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंटकी स्थापना की जा रही है ताकि राज्य में अधिक से अधिक व्यवसायिक घराने निवेश करें और यहां के युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हो। बागवानी, उद्योग तथा कृषि मुख्य क्षेत्र हैं जिन पर राज्य की आर्थिकी निर्भर करती है और ये क्षेत्र किसी भी राज्य की आर्थिकी के मुख्य मानक होने के साथ-साथ परोक्ष एवं अपरोक्ष रोजगार प्रदान कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार शिक्षा ढांचे को सुदृढ़ करने के प्रयास कर रही है और सरकार ने गत तीन वर्षों के दौरान 36 राजकीय कॉलेजों के साथ-साथ 1289 स्कूल खोले हैं। आज राज्य में कॉलेजों की संख्या बढ़कर 110 हो गई है। राज्य के अनेक स्कूलों में व्यवसायिक पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं। उन्होंने कहा कि आधुनिक, बुनियादी एवं शिक्षण सुविधाएं प्रदान करने के उददेश्य से 30 करोड़ रुपये के बजट प्रावधान के साथ मुख्यमंत्री आदर्श विद्यालय योजनाशुरू की गई है जिसके अन्तर्गत प्रत्येक विधानसभा में दो वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं का चयन किया जाना है ताकि विद्यार्थी बदलती शिक्षा पद्धति के अनुरूप अपने आप को तैयार कर सकें। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में शिक्षा क्षेत्र साक्षरता दर में केरल के बाद दूसरे स्थान पर है। वीरभद्र सिंह ने माध्यमिक पाठशाला नरयाणी, दतियार तथा करोल को उच्च विद्यालय और प्राथमिक पाठशाला टकसाल तथा कामली को माध्यमिक पाठशालाओं में स्तरोन्नत करने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि उनके विरूद्ध विपक्ष द्वारा झूठे मामले बनाये जा रहे हैं, वे दावे के साथ कह सकते हैं कि प्रधानमंत्री को इन मामलों में तथ्यों की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि एक ही समय में तीन जांच एजेंसियां उनके विरूद्ध एक आयकर मामले में जांच कर रही हैं जो देश के इतिहास में पहले कभी भी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अंत में सत्य की ही जीत होगी। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी प्रधानमंत्री से इन मामलों के सम्बन्ध में बात नहीं की है।

वीरभद्र सिंह ने कहा कि कुछ लोग केवल आलोचना के लिए ही आलोचना करते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में विपक्ष को विकास नजर नहीं आता और वे हमेशा ही प्रदेश में हो रहे विकास को नजरअंदाज करके सरकार की आलोचना में लगे रहते हैं। उन्होंने कहा कि वह विपक्ष से पूछना चाहते हैं कि उनके शासनकाल में कोई विकास नहीं हुआ और अब वो खुली आंखों से विकास को नहीं देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक को दूसरों के अच्छे कार्यों की सराहना करनी चाहिए न कि हमेशा ही आलोचना।

राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष जी.आर. मुसाफिर ने इस अवसर पर बोलते एनडीए सरकार द्वारा देश के लोगों से किये गए वायदों को पूरा न करने का आरोप लगाया।

हि.प्र. खादी बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश चौहान ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कसौली विधानसभा क्षेत्र में 33 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के लोकार्पण के लिए उनका आभार जताया। उन्होंने वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान गत तीन वर्षों के दौरान क्षेत्र में हुए विकास का ब्यौरा भी दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री से औद्योगिक क्षेत्रों के लिए संपर्क मार्गों के रखरखाव एवं सुदृढ़ीकरण तथा क्षेत्र के कुछ स्कूलों के स्तरोन्नयन के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करवाने का आग्रह किया। उन्होंने मौजूदा विधायक पर क्षेत्र के विकास की अनदेखी करने का आरोप लगाया। धगाड़ बाईपास पर पुल के निर्माण तथा ग्राम पंचायत जाबली में कोटी के लिए उठाउ जलापूर्ति योजना के निर्माण के लिए धनराशि की मांग की।

 

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