अप्रैल, 2016 में ई-पर्यटक वीजा पर आये पर्यटकों की संख्‍या में 266 प्रतिशत की बढ़ोतरी

  • अप्रैल, 2016 के दौरान ई-पर्यटक वीजा सुविधा पाने वाले देशों में ब्रिटेन अब भी शीर्ष पर
  • इसके बाद अमेरिका और रूस का नंबर

नई दिल्ली : अप्रैल 2016 में ई-पर्यटक वीजा पर कुल मिलाकर 70,045 पर्यटक आए, जबकि अप्रैल 2015 में 19,139 पर्यटक आए थे। इस तरह अप्रैल 2016 में ई-पर्यटक वीजा पर आए पर्यटकों की संख्‍या में अप्रैल 2015 की तुलना में 266 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि दर्ज की गई है। 27 नवंबर, 2014 से शुरू हुई ई-पर्यटक वीजा सुविधा 25 फरवरी, 2016 तक भारत में 16 हवाई अड्डों पर 113 देशों के नागरिकों के लिए उपलब्‍ध थी। भारत सरकार ने 26 फरवरी, 2016 से इस योजना का विस्तार करते हुए इसके दायरे में 37 और देशों को शामिल कर दिया जिससे संबंधित देशों की संख्या बढ़कर 150 हो गई।

अप्रैल, 2016 के दौरान ई-पर्यटक वीजा की मुख्य बातें निम्नलिखित हैं:

  • (i) अप्रैल, 2016 के दौरान 266 प्रतिशत की जोरदार बढ़ोतरी के साथ ई-पर्यटक वीजा पर कुल मिलाकर 70,045 पर्यटक आए, जबकि अप्रैल 2015 में महज 19,139 पर्यटक ही आए थे।
  • (ii)जनवरी-अप्रैल,2016के दौरान ई-टूरिस्ट वीजा पर 3,91,094 पर्यटक आए। जबकि जनवरी-अप्रैल, 2015 के दौरान 94,998 पर्यटक आए थे। इस तरह इसमें 311.7 प्रतिशत की जबरदस्त वृद्धि दर्ज की गई।
  • (iii) यह बढ़ोतरी 150 देशों के लिए ई-पर्यटक वीजा की पेशकश करने से ही संभव हुई है, जबकि पहले यह संख्या केवल 43 ही थी।
  • (iv) अप्रैल, 2016 के दौरान ई-पर्यटक वीजा सुविधाओं का लाभ उठाने वाले शीर्ष 10 स्रोत देशों की हिस्सेदारी प्रतिशत में निम्नलिखित रही:
  • ब्रिटेन (18.82 प्रतिशत), संयुक्त राष्ट्र अमेरिका (14.08प्रतिशत), रूस (8.16 प्रतिशत), फ्रांस (7.12 प्रतिशत), चीन (6.31 प्रतिशत), ऑस्ट्रेलिया (4.67 प्रतिशत), जर्मनी (4.32 प्रतिशत) कनाडा (3.70 प्रतिशत), थाईलैंड (2.09 प्रतिशत), नीदरलैंड (1.93 प्रतिशत)।
  • (v) मार्च, 2016 के दौरान ई-पर्यटक वीजा पर आए पर्यटकों के मामले में शीर्ष 10 हवाई अड्डों की हिस्सेदारी प्रतिशत में निम्नलिखित रही:

नई दिल्ली हवाई अड्डा (46.48 प्रतिशत), मुंबई हवाई अड्डा (19.09 प्रतिशत), गोवा हवाई अड्डा (9.96 प्रतिशत), चेन्नई हवाई अड्डा (5.55 प्रतिशत), बेंगलुरू हवाई अड्डा (6.48 प्रतिशत), कोच्चि हवाई अड्डा (3.02 प्रतिशत), कोलकाता हवाई अड्डा (2.50 प्रतिशत), अमृतसर हवाई अड्डा (1.37 प्रतिशत), हैदराबाद हवाई अड्डा (2.23 प्रतिशत) और तिरुअनंतपुरम हवाई अड्डा (1.44 प्रतिशत)।

 

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