शिमला: मुख्यमंत्री राज्य स्वास्थ्य देखभाल योजना के अंतर्गत जिला शिमला में स्वास्थ्य स्मार्ट कार्ड जारी करने का कार्य आरंभ कर दिया गया है। उपायुक्त शिमला रोहन चंद ठाकुर ने आज यहां ये जानकारी दी।
रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत 80 वर्ष से अधिक वरिष्ठ नागरिक, एकल महिलाएं (विधवा, तलाकशुदा, परित्यक्त, अविवाहित एवं गुमशुदा पति), 70 प्रतिशत से अधिक अक्षम व्यक्ति, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका, अंशकालिक कर्मचारी, दैनिक वेतन भोगी, अनुबंध कर्मचारी (केवल हि.प्र. सरकार के, बोर्ड निगम एवं स्वायत निकायों में कार्यरत कर्मचारी) तथा मिड-डे-मील कार्यकर्ताओं, जो कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना (आर एस बी वाई) या अन्य किसी चिकित्सा प्रतिपूर्ति योजना के अंतर्गत नहीं है, के स्मार्ट कार्ड बनाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण परीक्षण केंद्र, कसुम्पटी तथा नगर निगम के रैहन बसेरा भवन, लक्कड़ बाजार में भी स्मार्ट कार्ड बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है, इसके साथ ही खंड स्तर पर भी स्मार्ट कार्ड बनाने की प्रक्रिया जारी कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि योजना के अंतर्गत स्मार्ट कार्ड धारक परिवार के पांच सदस्यों का ईलाज आम बीमारी की अवस्था में पंजीकृत अस्पताल में भर्ती होने पर 30 हजार रुपये तक मुफ्त किया जाएगा। इसके अतिरिक्त गंभीर बीमारी की स्थिति में यदि कोई सदस्य अस्पताल में भर्ती होता है, तो यह सीमा एक लाख 75 हजार रुपये है। कार्ड बनाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा आर टी एस सॉल्यूशन प्राईवेट लिमिटेड कंपनी का चयन किया गया है।
उपायुक्त ने बताया कि योजना के तहत स्मार्ट कार्ड की वैधता पांच वर्ष होगी और तीन वर्ष में इसका नवीनीकरण करवाना अनिवार्य होगा। स्मार्ट कार्ड बनवाने के लिए पात्र लाभार्थियों को पंजीकरण फॉर्म भरकर, दो फोटो पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड/ मतदाता पहचान पत्र/पैन कार्ड/ राशन कार्ड तथा कर्मचारियों को विभाग द्वारा स्त्यापित प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना होगा। स्मार्ट कार्ड बनवाने के लिए परिवार के पांच सदस्यों का आना अनिवार्य है। योजना का लाभ लेने के लिए चयनित वर्ग अपना स्मार्ट कार्ड अवश्य बनवाएं। फार्म वैबसाईट www.nrhmhp.gov.in अथवा पंजीकरण कार्यालय से प्राप्त किए जा सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए टॉल फ्री नंबर 1800 301 00334 पर संपर्क करें।