निर्वाचन आयोग की 151 टीमों ने दी घरों में दस्तक; बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के वोटों के साथ हुआ लोकतंत्र के महापर्व का आगाज

धर्मशाला: बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के वोट के साथ आज कांगड़ा-चम्बा संसदीय क्षेत्र में लोकतंत्र के महापर्व की शुरूआत हो गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी हेमराज बैरवा ने बताया कि कांगड़ा-चम्बा संसदीय क्षेत्र में लोकसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग की 151 टीमों ने आज मंगलवार को बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के घरों में जाकर मतपत्र से वोट डलवाए। जिनमें 85 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग और 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग मतदाताओं ने अपने घर से वोट डाले। उन्होंने बताया कि आज पहले दिन विशेष मोबाइल दस्तों ने मतदाताओं के घर जाकर पूरी गोपनीयता के साथ मतदान प्रक्रिया पूर्ण कराई।

उन्होंने बताया कि कांगड़ा-चम्बा संसदीय क्षेत्र के कुल 10 हजार 890 मतदाताओं ने घर से मतदान का विकल्प चुना है। इनमें 80 वर्ष से अधिक आयु के 7 हजार 409 मतदाता और 3481 दिव्यांग मतदाता शामिल हैं। इन सभी के मतदान के लिए निर्वाचन विभाग के 151 विशेष मोबाइल दस्ते बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि ये दस्ते 26 मई तक इन मतदाताओं के घर-घर जाकर मतदान प्रक्रिया पूर्ण करवाई जाएगी।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रशासन मतदाताओं के लिए आसान वोटिंग सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशानुसार घर से मतदान को लेकर पूरी गोपनीयता बरती जा रहा है। मोबाइल पोलिंग टीमों की मतदान कराने की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है।

यह हैं व्यवस्थाएं

उपायुक्त ने बताया कि डाक मतपत्र के माध्यम से वोट देने वाले मतदाताओं के लिए उचित व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि घर से मतदान का विकल्प चुनने वाले मतदाताओं के लिए 151 मोबाईल मतदान टीमों का गठन किया गया है। जिनमें प्रत्येक टीम में मतदान अधिकारी, माइक्रो पर्यवेक्षक, वीडियोग्राफर, सेक्टर अधिकारी, सुरक्षाकर्मी तथा संबंधित मतदान केंद्र के बीएलओ मौजूद हैं।

उन्होंने बताया कि इन टीमों को निर्देश दिए गए हैं कि वह चुनाव लड़ने वाले सभी प्रत्याशियों के साथ संबंधित क्षेत्र में घर से मतदान करने वालों की सूचि और शिड्यूल साझा करेंगे। उन्होंने बताया कि इन टीमों के पास डाक मतपत्र, सभी आवश्यक फार्म, वोटिंग कंपार्टमेंट और मतपेटियां रहेंगी।

ऐसे डाले जा रहे हैं वोट

जिला निर्वाचन अधिकारी हेमराज बैरवा ने बताया कि डाक मतपत्र के माध्यम से वोट देने वालों के दो वर्ग हैं। जिनमें पहला वर्ग घर से मतदान करने वालों का है। उन्होंने बताया कि मोबाइल मतदान टीम घरों में जाने से पूर्व मतदाताओं को सूचित कर रही है। यदि कोई मतदाता पहली बार में घर पर नहीं होते हैं तो उनके घर दोबारा जाया जाएगा। दो बार घर पर ना मिलने पर फिर वह मतदाता वोट नहीं डाल पाएंगे।

वहीं आवश्यक सेवाओं वाले कर्मचारियों के लिए डाक मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि आवश्यक सेवाओं के कर्मचारी अपने कार्यक्षेत्र में स्थापित डाक मतदान केंद्रों में जाकर अपने मताधिकार का उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आवश्यक सेवाओं के कर्मचारियों को डाक मतदान केंद्र के बारे में सूचना देते हुए मतदान करने के लिए प्रेरित करें।

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