हिमाचल निर्माता डॉ. यशवंत सिंह परमार की 44वीं पुण्यतिथि, कांग्रेस ने दी श्रद्धांजलि

 आज की युवा पीढ़ी को उनके आदर्शों और उनके बताए गए मार्गों पर चलना चाहिए: रोहित ठाकुर
डॉ. परमार के अथक प्रयासों से आज प्रदेश कर रहा चहुंमुखी विकास: रोहित ठाकुर
शिमला: हिमाचल निर्माता एवं प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत सिंह परमार की  आज प्रदेश 44वीं पुण्यतिथि मना रहा है। इस उपलक्ष्य पर पार्टी मुख्यालय राजीव भवन शिमला में डॉ. परमार के कार्यों और योगदान का स्मरण करते हुए उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।
आज ही के दिन 1981 में डॉ. वाई. एस. परमार ने दुनिया को अलविदा किया था।  डॉ. वाई. एस. परमार ने कई मर्तबा प्रदेश का नेतृत्व किया।  उनकी दूरदर्शी सोच से हिमाचल 1948 को महापंजाब से अलग होकर देश का 18 वां पहाड़ी राज्य बना था।
डॉ. वाई. एस. परमार की दूरदर्शी सोच का ही नतीजा था कि पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की समस्याएं और मूलभूत जरूरतों को ध्यान में रखकर 25 जनवरी 1971 को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला था। देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. श्रीमती इंदिरा गांधी ने 25 जनवरी 1971 को रिज मैदान से पूर्ण राज्य की घोषणा की थी।
प्रदेश में आज बागवानी, कृषि ,शिक्षा व स्वास्थ्य समेत विभिन्न क्षेत्रों में हुए विकास की नींव डॉ वाई इस परमार की दूरदर्शी सोच का नतीजा है। डॉ परमार के सपनों को आगे बढ़ाने में कांग्रेस के कई मुख्यमंत्रियों ने योगदान दिया जिनके अथक प्रयासों से आज प्रदेश हर क्षेत्र में विकास की गाथा लिख रहा है।

इस मौके पर प्रदेश सरकार में  शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने पार्टी कार्यालय राजीव भवन में हिमाचल निर्माता डॉ. यशवंत सिंह परमार को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि वाई एस परमार का हिमाचल के गठन और प्रदेश को विकास की रहा में आगे ले जाने अतुल्य योगदान रहा उनके योगदान को हिमाचलवासी युगों युगांतर तक याद रखेगा। हम ऐसे सच्चे ईमानदार, निष्ठावान और साफ छवि के नेताओं को प्रेरणास्रोत मानकर शत शत नमन करते हैं।
इस मौके पर पार्टी के महासचिव यशवंत छाजटा ने डॉक्टर परमार को याद करते हुए कहा कि डॉ. परमार का हिमाचल के निर्माण में बहुत बड़ा योगदान रहा है जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉक्टर परमार राजनीति व सादगी के एक ऐसे दूरदर्शी नेता थे जिन्होंने हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलवाने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। डॉ. परमार प्रदेश के ही नही देश के एक ऐसे नेता थे जो लोगों के दिलों में बसते थे। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश सदैव उनका ऋणी रहेगा ।
इस मौके पर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों समेत कई जगहों पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

इस मौके पर वाईस- चेयरमैन वॉर रूम, हरिकृष्ण हिमराल,मीडिया- कॉर्डिनेटर ,जी एस तोमर, एस. के. सहगल,कन्वीनर वॉर रूम, पूर्ण चंद महासचिव ,किसान कांग्रेस, वीरेंद्र जसवाल, महासचिव सेवादल, डॉ दिनेश, कॉर्डिनेटर कांगड़ा लोकसभा, त्रिलोक सूर्यवंशी कॉर्डिनेटर ,मंडी लोकसभा, उषा राठौर, महासचिव सेवादल ,रिपन कलसैइक,सचिव कांग्रेस, कैप्टन अतुल शर्मा, वॉर रूम कॉर्डिनेटर, लक्की राणा, कॉर्डिनेटर शिमला लोकसभा,रोहित धामी चेयरमैन, सोशल मीडिया,विजय चौहान, कॉर्डिनेटर, राजेश ठाकुर,हार्दिक,आर्यन नेगी,अजय ठाकुर,एडवोकेट दीपक, मानसिंह समेत कई अन्य लोगों ने डॉक्टर परमार को अपने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

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