शिमला: राजधानी शिमला में एक युवक की हत्या कर उसके शव को जलाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मृतक की पहचान टीकमचंद(38) गांव बझोल तहसील सुन्नी शिमला ग्रामीण निवासी के तौर पर हुई है। युवक को पीटकर मौत के घाट उतारने का आरोप है। इसके अलावा सबूत मिटाने के लिए युवक के शव को जलाने के संगीन आरोप लगे हैं। मृतक की मां तारा देवी की शिकायत पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। घटना बालूगंज थाना क्षेत्र के पनेश पंचायत की है। शिकायत के मुताबिक टीकमचंद पिछले आठ-नौ सालों से खरयाड़ गांव में सेवानंद के घर में मजदूरी का काम करता था। बीते 22 मार्च को सेवानंद की पत्नी प्रभा ने फोन कर बताया कि इसके बेटे की गिरने के कारण मौत हो गई है और शव का अंतिम संस्कार कर दिया है। मृतक की मां ने पुलिस को बताया कि स्थानीय लोगों से उसे पता चला कि 21 मार्च को उसका बेटा शीतला माता मंदिर गया था, जहां गांव के लोगों ने चोरी के शक में उसकी बुरी तरह पिटाई की और मौत होने पर शव को जला डाला। मृतक युवक की मां का कहना है कि उसके बेटे को मौत के घाट उतारा गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि गांव के कुछ लोगों ने इसके बेटे के शव को जलाकर साक्ष्य मिटा दिए हैं। उधर, बालूगंज थाना प्रभारी रामस्वरूप ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है। डीएसपी सिटी मानविंदर ठाकुर ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि जांच जारी है।