राजेश धर्माणी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के मतदाताओं ने विधानसभा चुनाव-2022 में कांग्रेस को सरकार बनाने और भाजपा को विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया था। लेकिन, भाजपा नेता अपनी हार को अभी भी पचा नहीं पा रहे हैं, इसलिए धन-बल से जनादेश को अपमानित करने का प्रयास कर रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश की जनता समझदार है और अवसरवाद की राजनीति को क़तई पसंद नहीं करती है। जिस प्रकार से छह विधायकों ने अवसरवादी राजनीति का परिचय दिया है, वह प्रदेश की जनता के सामने है। अपने चुनाव क्षेत्र की मतदाताओं को वह बताएँ कि सवा साल में ही किस लालच में आकर वह भारतीय जनता पार्टी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव के लिए उतर रहे हैं। राज्य के मतदाता उन्हें सबक़ अवश्य सिखाएँगे और सभी छह सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवारों को विजयी बनाएँगे।