अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए मुख्यमंत्री ले रहे मेरे नाम का सहारा: अनुराग ठाकुर
अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए मुख्यमंत्री ले रहे मेरे नाम का सहारा: अनुराग ठाकुर
कांग्रेस की फेल गारण्टियों पर पर्दा डालने के लिए सुक्खू जप रहे भाजपा की माला: अनुराग ठाकुर
आपदा में राजनीति करना कांग्रेस की पुरानी आदत: अनुराग ठाकुर
मोदी जी ने हिमाचल को अपना घर माना, कभी कोई कमी नहीं की, सुक्खू बतायें कांग्रेस ने क्या किया: अनुराग ठाकुर
आपदा में 16,206 घरों समेत 2700 किमी. सड़कें मंज़ूर कराईं, कांग्रेस ने बस भाई-भतीजावाद किया: अनुराग ठाकुर
शिमला: केंद्रीय सूचना प्रसारण एवं खेल व युवा कार्यक्रम मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के हालिया बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि कांग्रेस की फेल गारण्टियों पर पर्दा डालने के लिए सुक्खू भाजपा की माला जप रहे हैं और अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए मुख्यमंत्री मेरे नाम का सहारा ले रहे हैं जबकि सबको पता है कि आपदा के समय हिमाचल की जनता के साथ मोदी सरकार डट कर खड़ी थी और हरसंभव सहायता देवभूमि को दी है। अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “ मुझे लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के हालिया बयान उनकी हताशा और निराशा को दिखाते हैं। कांग्रेस की फेल गारण्टियों पर पर्दा डालने के लिए सुक्खू भाजपा की माला जप रहे हैं और अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए मुख्यमंत्री मेरे नाम का सहारा ले रहे हैं जबकि सबको पता है कि आपदा के समय हिमाचल की जनता के साथ मोदी सरकार डट कर खड़ी थी और हरसंभव सहायता देवभूमि को दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदैव हिमाचल को प्राथमिकता देते हुए इसे अपना दूसरा घर माना है। आपदा के समय उन्होंने स्वयं मुख्यमंत्री से बात कर हर स्थिति का जायजा लिया और सभी जरूरी मदद सुनिश्चित कराई मगर आपदा में भी राजनीति करना कांग्रेस की पुरानी आदत है और मुख्यमंत्री के हालिया बयान इसी दुर्भावना से ग्रसित हैं”
आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा “ मुख्यमंत्री अगर भूल गए हों तो उन्हें फिर से याद्क दिलाना चाहूँगा कि कि हिमाचल में आपदा के दौरान मैं 3 बार केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने मिलकर प्रदेश के लिए 16,206 हज़ार घर आवास योजना के अन्तर्गत व 2373 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 2700 किमी. की सड़कें प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अन्तर्गत मंज़ूर करवाईं। जहां तक पैसों की बात है तो आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के निर्देश पर केंद्र सरकार ने पहले दो किस्तों में ₹180 – 180 करोड़ दिए, फिर केवल सड़कों की मरम्मती के लिए लगभग ₹400 करोड़ दिए। इसके बाद फिर अलग से ₹189 करोड़ भेजे। 20 अगस्त को फिर ₹200 करोड़ और 12 दिसंबर को लगभग ₹633 करोड़ भेजे, यानी कुल मिलाकर ₹1782 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद केंद्र सरकार की ओर से हिमाचल के लिये भेजी गई। केंद्र की ओर से महात्मा गांधी नरेगा योजनाअंतर्गत हिमाचल प्रदेश राज्य सरकार को जुलाई से अब तक लगभग 434 करोड़ रुपये दिये गये हैं”।
अनुराग ठाकुर में कहा” पूरा प्रदेश जानता है कि कांग्रेस की गारंटियाँ तो फेल हुई हीं साथ ही आपदा के लिए केंद्र से आये पैसे से राहत पहुँचाने में भी सुक्खू सरकार ने भाई-भतीजावाद किया। आम जनता को किनारे करके पैसे बाँटने व तिरपाल लगाने में भी अपने चहेतों को प्राथमिकता सुक्खू सरकार ने दी ऐसे गंभीर उन पर हैं। दाँव पर ख़ुद की विश्वसनीयता व अपने आप को चारों तरफ़ से घिरा देखकर मुख्यमंत्री बिना आधार की बातें कर रहे हैं। हम पूरी गंभीरता और प्रामाणिकता से प्रदेश की सेवा में लगे हैं।
आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा “हिमाचल में आपदा की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा NDRF की 13 टीमों को बचाव नौकाओं और अन्य आवश्यक उपकरणों के साथ तैनात किया गया।नागरिकों की निकासी के लिए पोंटा साहिब में सेना के 1 पैरा एसएफ और 205 आर्मी एविएशन स्क्वाड्रन की 01 कॉलम भी तैनात की गई थी।इसके साथ हीं बचाव कार्यों के लिए भारतीय वायु सेना के 02 एमआई-17 वी हेलीकॉप्टर भी तैनात किए गए थे जिससे समय रहते हजारों जानें बचाई जा सकीं। नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी के माध्यम से भी मदद दी गई। मैं स्वयं कई दिनों तक हिमाचल में रहा और पूरे क्षेत्र का सघन दौरा कर राहत व बचाव कार्यों को आखिरी पीड़ित तक सुनिश्चित कराया। पटवारियों से टाइम बाउंड रिपोर्ट मंगवा कर डीसी को तुरंत पैसे रिलीज करने का निर्देश दिया। किसी के भी घर को खतरा पैदा हो रहा था तो हमने वहां सुरक्षा दीवार लगाने के लिए पैसे दिए और लगातार दिशा कमेटी की बैठक भी की ताकि राहत और बचाव कार्य में कोई कमी ना रह सके।ये सब वो बातें हैं हर प्रदेशवासी जानता है मगर मुख्यमंत्री सिर्फ़ राजनैतिक लाभ के लिए तथ्यहीन बातें कर रहे हैं।