मामा जयराम बोले- पीढ़ियों की लंबी लड़ाई की जीत की भांजे और भांजियों को शुभकामनाएं

सिरमौर के मामा है जयराम ठाकुर: डॉ. राजीव बिन्दल

मामा ने निभाई, अब आई भांजों की बारी, इस बार न रह जाए कसर

मामा हाटियों से मिलने बहुत जल्दी सिरमौर आयेंगे और प्रधानमंत्री-गृहमंत्री का आभार जताने दिल्ली जाएंगे

प्रधानमंत्री और गृहमंत्री  जो कहते हैं वह करते हैं 

 शिमला: हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा मिलने के बाद हाटी समुदाय द्वारा इस संघर्ष के अविस्मरणीय सहयोग देने के लिए जयराम ठाकुर का आभार समारोह शिमला के पीटरहॉफ में आयोजित किया गया। इस समारोह में हाटी समुदाय के लोगों द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री का स्वागत अभिनन्दन किया गया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अपने भांजे भांजियों द्वारा इस तरह का सम्मान पाकर अभिभूत हूं। कई पीढ़ियों की लंबे संघर्ष के बाद यह दिन आया है। यह आंदोलन जब शुरू हुआ तो मेरी उम्र दो साल की थी। इस संघर्ष को जिस तरह धैर्य और लोकतांत्रिक तरीक़े से चलाया गया उसके लिए सभी लोग बधाई के पात्र हैं।  उन्होंने कहा कि यह आवश्यक था, इसका लाभ हमारे हाटी भांजे-भांजियों को मिलेगा। इस उपलब्धि के लिए मैं अपने सभी हाटी भांजे-भांजियों को बधाई और शुभकामनाएं  देता हूं। इस मौक़े पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि जयराम ठाकुर के प्रयासों और केंद्रीय नेतृत्व की वजह से यह दिन आया है। जयराम ठाकुर सिरमौर के मामा हैं। इस बार भांजे पूरा सहयोग देकर सिरमौर में रिकॉर्ड बनायेंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी सभी के कल्याण के लिए संकल्पित है। शिमला के सांसद सुरेश कश्यप ने हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा मिलने पर बधाई दी। 

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि यह लड़ाई आसान नहीं थी। इसके लिए काफ़ी तैयारी करनी पड़ी, सारी तकनीकी बाधाओं को हल करने के बाद मैं गृहमंत्री अमित शाह से मिला और उन्होंने सीधे और सरल शब्दों में हां कह दिया। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री जो कहते हैं वह करते हैं। आज वह दिन आ गया है। उन्होंने कहा कि इस बिल को क़ानून बनाने में सहयोग देने वाले सभी माननीय संसद सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त करता हूँ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, शिमला के सांसद सुरेश कश्यप का भी मैं विशेष आभार व्यक्त करता हूँ। उन्होंने कहा कि एक जैसी समाजार्थिक- भौगोलिक स्थितियों के बाद जौनसार बाबर को जनजातीय दर्जा 55 साल पहले मिल गया था लेकिन हाटी समुदाय रह गया था। तब से यह मांग एक जनआंदोलन के रूप में आगे बढ़ रही थी। अब यह पूरी हुई। 

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस ने हाटी जनजातीय दर्जा देने पर कई सवाल उठा रहे थे और कह रहे थे कि यह आसान नहीं होगा लेकिन जब यह क़ानून राज्य सभा में आया तो कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लीकार्जुन खड़गे ने भी इसका विरोध नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का आभार प्रकट करने  वक़्त लेकर दिल्ली जाएंगे। नेता प्रतिपक्ष ने हाटी समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि जल्दी ही आपका मामा सिरमौर भी आएगा।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा  कि इस लड़ाई को आगे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हाटी के बेटे कहे जाने वाले बलदेव तोमर इस बार बहुत थोड़े अंतराल से विधान सभा पहुंचने से चूंक गये। यदि सिरमौर ने पूरा-पूरा साथ दिया होता तो आज प्रदेश की राजनैतिक स्थितियां भी कुछ और होती। उन्होंने कहा कि यह भावनात्मक मसला था, इसे राजनैतिक लाभ हानि के हिसाब से हम नहीं देखते हैं।  हमने अपना वादा निभा दिया है और अब हमारे भांजे-भांजियों की बारी है। उन्होंने कहा यह पीढ़ियों की लड़ाई थी और यह क़ानून भी पीढ़ियों के लिए है। जैसे लोग सामाजिक सौहार्द के साथ रह रहे थे, उसी तरह से आगे भी रहें। हम प्रदेश के हर वर्ग के हितों की आवाज़ उठाते रहेंगे। इस मौक़े ऊपर उनके साथ हाटी संघर्ष समिति के लोगों के साथ शिमला के सांसद सुरेश कश्यप, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल, पावंटा साहिब के विधायक सुखराम चौधरी, पच्छाद विधायक रीना कश्यप आदि उपस्थित रहे। 

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