ताज़ा समाचार

टूरिज़्म (Page 5)

झील के रूप में पूजी जातीं हैं देवी "रेणुका"

इसलिए पड़ा झील का नाम “रेणुका जी”….

झील के रूप में पूजी जाती हैं माँ “रेणुका जी”,  राजा प्रसेनजित् की पुत्री थी देवी “रेणुका” हिमाचल में सदियों से ही देवी-देवताओं का वास रहा है। यहां के लोगों की देवी-देवताओं के प्रति गहरी...

हिमाचल की पौराणिक स्मृतियों को संजोए महर्षि वशिष्ठ का तपस्या स्थल “वशिष्ठ”

हिमाचल प्रदेश के मनाली से करीब चार किलोमीटर दूर लेह राजमार्ग पर स्थित है वशिष्ठ। एक ऐसा गांव जो अपने दामन में पौराणिक स्मृतियां छुपाये हुए है। महर्षि वशिष्ठ ने इसी स्थान पर बैठकर तपस्या की...

पांडवों ने अपने अज्ञातवास के दौरान किया था मसरूर मंदिर का निर्माण

चट्टानों पर बना विशाल मन्दिर “मसरूर”

हमारी धरोहर हमारी गौरवशाली परम्परा का प्रतीक पांडवों ने अपने अज्ञातवास के दौरान किया था मसरूर मंदिर निर्माण सांस्कृतिक धरोहर की सुरक्षा करना हम सब का नैतिक कर्तव्य सांस्कृतिक धरोहर के...

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में बसा भारत का ऐतिहासिक अंतिम गांव “छितकुल”

किन्नौर जिले में बसा भारत का ऐतिहासिक अंतिम गांव “छितकुल”

जहां पर्यटन पूरे साल भर अपने यौवन में रहता है: किन्नौर जिले की सांगला घाटी का अंतिम गांव “छितकुल” यूं तो हिमाचल पर्यटन दृष्टि से विश्व भर में जाना जाता है, लेकिन प्रदेश के कुछ क्षेत्र ऐसे भी...

अनमोल प्राकृतिक सम्पदा के लिये विख्यात “भंगाल”

धरती पर प्रकृति का स्वर्ग “हिमाचल का भंगाल”

हिमाचल की हसीन वादियों को निहारने पर्यटक दूर-दूर से आते हैं। ये भी सच है कि जो एक बार आता है वो बार-बार यहां आना चाहता है। हिमाचल के बहुत से खूबसूरत प्राकृतिक  स्थल हैं। यहां  की अनुपम प्रकृति...

हिमालयन रनिंग एण्ड लिविंग मैराथन का 7वां संस्करण 30 अप्रैल से

“सांगला” किन्नौर की खूबसुरत घाटी

उपजाऊ भूमि के लिए लोकप्रिय सांगला पाइन नट के बगीचे, सेब और चेरी के सुंदर पेड़ के लिए प्रसिद्ध सांगला हिमाचल प्रदेश के ज़िला किन्नौर में बसी है सांगला घाटी। सांगला ऊंचे पर्वतों और वनाच्छादित...