मुख्यमंत्री ने किया नारकण्डा में सहकारी बैंक कार्यालय और एटीएम का लोकार्पण

  • महाजन ने दिया बैंक की उपलब्धियों का श्रेय कर्मचारियों एवं बोर्ड के सदस्यों को

 

महाजन ने दिया बैंक की उपलब्धियों का श्रेय कर्मचारियों एवं बोर्ड के सदस्यों को

महाजन ने दिया बैंक की उपलब्धियों का श्रेय कर्मचारियों एवं बोर्ड के सदस्यों को

शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज शिमला जिले के नारकण्डा में जिला कार्यालय-2 और हि.प्र. राज्य सहकारी बैंक के एटीएम के उद्घाटन किए।

नारकण्डा में जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमत्री ने कहा कि राज्य सहकारी बैंक ने अपनी साख स्थापित की है और राज्य के अन्तिम छोर में कार्य करने वाला देश का पहला बैंक बना है। वीरभद्र सिंह ने कहा कि नारकण्डा में इस कार्यालय के खुलने से क्षेत्र के लोगों विशेषकर किसानों, बागवानों और कारोबारी समुदाय को बड़े पैमाने पर लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह गौरव का विषय है कि बैंक ने सात प्रतिशत वृद्धि के साथ 11506.73 करोड़ रुपये का कारोबार करके इस वित्त वर्ष में 143.69 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बैंक अपने ग्राहकों को आधुनिक एवं ऑनलाईन सुविधाएं उपलब्ध करवा रहा है और देश के समस्त सभी सहकारी बैंकों में एक अग्रणी बैंक बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि बैंक ने आधुनिक तकनीकों को अपनाया है और अपने ग्राहकों को ऑनलाईन बैंकिंग, आरटीजीएस, एनईएफटी तथा अन्य सम्बद्ध सेवाएं प्रदान करने के अतिरिक्त बैंक की योजनाओं एवं उनकी वित्तीय स्थिति बारे अद्यतन रखने के लिए मोबाईल एसएमएस सेवाएं प्रदान कर रहा है, जिसे अन्य बैंकों को भी अपनाने की आवश्यकता है।

वीरभद्र सिंह ने कहा कि नारकण्डा की जलवायु शांत एवं स्वास्थ्यबर्धक है और इस क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने नारकण्डा में स्की-लिफ्ट स्थापित करने के लिए 25 लाख रुपये की घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नारकण्डा और कोटगढ़ सेबोत्पादन में अग्रणी हैं और अब लोग न केवल शिमला जिले में बल्कि समुचे राज्य में बेमौसमी सब्जियों का उत्पादन कर रहे हैं, जिससे कृषक समुदाय की आर्थिकी के सुदृढ़ीकरण में मदद मिली है। उन्होंने समाज के रीति-रिवाजों एवं संस्कृति के संरक्षण का आह्वान किया तथा पुराने मन्दिरों के रख-रखाव की अपील भी की। उन्होंने कहा कि मन्दिरों के निर्माण के समय प्राचीन वास्तुशिल्प को अपनाया जाना चाहिए, क्योंकि अनेक मन्दिरों का निर्माण आधुनिक तरीके से किया जा रहा है।

वीरभद्र सिंह ने कहा कि आज लोग मुद्रास्फीति एवं असुरक्षा की मार झेल रहे हैं तथा लोगों के बीच बढ़ती असहिष्णुता राष्ट्र की धर्मनिरपेक्षता में दरार डाल सकती है। उन्होंने कहा कि सभी को धार्मिक स्वतंत्रता है और सभी धर्मों के लोग भारतीय हैं। जाति, रंग, धर्म व क्षेत्र के आधार पर बांटने वाली शक्तियों को भारत के लोगों पर अपना एजेंडा थोंपने से दूर रहना चाहिए।

सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री विद्या स्टोक्स ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखें। इससे पूर्व, हि.प्र. राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष हर्ष महाजन ने मुख्यमंत्री तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। इस अवसर पर बोलते हुए महाजन ने बैंक की उपलब्धियों का श्रेय इसके कर्मचारियों एवं बोर्ड के सदस्यों को दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सितम्बर, 2015 तक प्रदेश में बैंक की 194 शाखाएं और 24 विस्तार काउण्टर हैं तथा बैंक की कार्य पूंजी 9833.24 करोड़ रुपये तक पंहुच गई है।

महाजन ने कहा कि बैंक ने अपनी जमा पूंजी 7534.78 करोड़ रुपये तक बढ़ाया है और विभिन्न ऋण योजनाओं के माध्यम से अपने ग्राहकों को 1613.05 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किये हैं।

उन्होंने जिला कार्यालय-दो जिसके अन्तर्गत 33 शाखाएं होंगी तथा 25 लाख रुपये तक के ऋण स्वीकृत करने के अतिरिक्त, ऋण सुविधा की एक मुश्त अदायगी करने की क्षमता होगी, का लोकार्पण करने के लिये मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि हि.प्र. राज्य सहकारी बैंक को राष्ट्रीय पुरस्कार-2014 प्रदान करने के अतिरिक्त, भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ‘ए’ श्रेणी का दर्जा प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि बैंक की 28 से अधिक नई शाखएं खोली जाएंगी और 200 से अधिक कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी। इस अवसर पर बैंक कर्मचारी यूनियन ने मुख्यमंत्री को मुख्यमंत्री राहत कोष के लिये 45 लाख रुपये का चेक भेंट किया।

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