शिमला: एसजेवीएन को इंस्टिट़्यूट ऑफ इकोनोमिक स्टडीज द्वारा गोल्ड मेडल अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह अवार्ड निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, आर. एन. मिश्र ने नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान प्राप्त किया। इस अवसर पर एसजेवीएन के निदेशक (वित्त), ए. एस. बिन्द्रा निगम के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों सहित उपस्थित थे।
इंस्टिट़्यूट ऑफ इकोनोमिक स्टडीज द्वारा यह मेडल एसजवीएन को वैश्विक पटल पर भारत की अच्छी वित्तीय स्थिति को प्रस्तुत करने हेतु प्रदान किया गया। इस अवसर पर आर एन मिश्र ने बताया कि निगम इस समय पडोसी देशों यथा नेपाल व भूटान में 2070 मेगावाट की तीन विभिन्न परियोजनाओं पर काम कर रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि एसजेवीएन की अधिकृत शेयर पूंजी 7000 करोड रुपए है।
मिश्र ने यह भी बताया कि एसजेवीएन की 412 मेगावाट की रामपुर जलविद्युत परियोजना की यूनिट-5 तथा यूनिट-2 को वर्ष 2013-14 के लिए भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय द्वारा ”जल विद्युत परियोजनाएं शीघ्र पूरा करने” की श्रेणी में क्रमशः ”गोल्ड शील्ड” तथा ”सिल्वर शील्ड” से पुरस्कृत किया गया है, जो कंपनी के लिए गर्व का विषय है।
उन्होंने यह भी बताया कि एसजेवीएन लिमिटेड ने गत वित्तीय वर्ष के दौरान 1114.63 करोड़ रुपए की तुलना में इस वर्ष 1676.75 करोड़ रुपए का कर पश्चात लाभ (पीएटी) दर्ज किया है, जो गत वर्ष से 50.43% अधिक है। वित्तीय वर्ष 2014-15 के दौरान एसजेवीएन को ”सर्वोत्तम” रेटिंग के तहत 7920 मिलियन यूनिट के विद्युत उत्पादन का लक्ष्य था जबकि 1500 मेगावाट के नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन, 412 मेगावाट के रामपुर जलविद्युत स्टेशन तथा 47.6 मेगावाट की खिरवीरे पवन विद्युत परियोजना से कुल 8136 मिलियन यूनिट का विद्युत उत्पादन किया गया।