एसजेवीएन ने घोषित किया वित्‍तीय वर्ष 2018-19 के लिए 844.91 करोड़ रुपए का लाभांश

  • एसजेवीएन ने केंद्र को किए अं‍ति‍म लाभांश के रूप में 156.22 करोड़ रुपए अदा
  • नंद लाल शर्मा ने अरुण-3 जलविद्युत परियोजना तथा नैटवाड़ मोरी जलविद्युत परियोजना की निर्माण गतिविधियों की प्रगति‍ से कराया अवगत
  • बोले: एसजेवीएन सक्रिय रूप से अपनी अन्‍य नई परियेाजनाओं को निर्माण चरण में लाने के लिए प्रयासरत

रीना ठाकुर/शिमला:  विद्युत मंत्रालय के अंतर्गत एक मिनी रत्‍न एवं शेड्यूल ‘ए’ सीपीएसयू के रूप में स्‍थापित एसजेवीएन लिमिटेड ने वित्‍तीय वर्ष 2018-19 के लिए इसके वार्षिक वित्‍तीय निष्‍पादन के आधार पर इसके शेयरधारकों को 844.91 करोड़ रुपए का कुल लाभांश अदा किया है। कंपनी ने मार्च,2019 में कंपनी में 61% इक्विटी धारक भारत सरकार को 368.07 करोड़ रुपए का अंतरिम लाभांश पहले ही अदा कर दिया है।

एसजेवीएन लिमिटेड के अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, नंद लाल शर्मा ने  केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) आर.के.सिंह को नई दिल्‍ली में वित्‍तीय वर्ष 2018-19 के लिए 156.22 करोड़ रुपए का अंतिम लाभांश चेक भेंट किया।  लाभांश चेक सचिव (विद्युत) सुभाष चंद्रा गर्ग तथा विद्युत मंत्रालय के वरिष्‍ठ अधिकारियों की उपस्थिति में भेंट किया गया । इस अवसर पर निदेशक (वित्‍त), ए.एस.बिन्‍द्रा, निदेशक(सिविल), एस.पी.बंसल तथा एसजेवीएन के वरिष्‍ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

केन्‍द्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्‍यमंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार)को चेक भेंट करते हुए  नंद लाल शर्मा ने अरुण-3 जलविद्युत परियोजना तथा नैटवाड़ मोरी जलविद्युत परियोजना की निर्माण गतिविधियों की प्रगति‍ से अवगत कराया।  उन्‍होंने बताया कि एसजेवीएन सक्रिय रूप से अपनी अन्‍य नई परियेाजनाओं को निर्माण चरण में लाने के लिए प्रयासरत है।

एसजेवीएन

एसजेवीएन

उन्‍होंने बताया कि एसजेवीएन की मूल शक्ति का आधार जलविद्युत है तथा हिमाचल प्रदेश में परियेाजनाओं को निष्‍पादित करने के अलावा, एसजेवीएन नेपाल, भूटान, बिहार तथा उत्‍तराखंड में परियोजनाएं निष्‍पादित कर रहा है।  इसके अतिरिक्‍त एसजेवीएन ने नवीकरणीय ऊर्जा, विद्युत ट्रांसमिशन तथा ताप विद्युत के क्षेत्र में प्रवेश किया है।  कंपनी वर्तमान में अपनी परिचालन परियोजनाओं यथा 1500 मेगावाट का नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्‍टेशन, 412 मेगावाट का रामपुर जलविद्युत स्‍टेशन, 47.6 मेगावाट की खिरवीरे पवन विद्युत परियोजना, 50 मेगावाट की सादला पवन विद्युत परियोजना तथा 5.6 मेगावाट की चारंका सौर विद्युत परियोजना से लगभग 2015.2 मेगावाट विद्युत का उत्‍पादन कर रही है।

एसजेवीएन विद्युत परियोजनाओं के दोहन की प्रक्रिया में है जो विकास के विभिन्‍न चरणों में है। इन परियोजनाओं में 12 जलविद्युत परियोजनाएं तथा एक ताप विद्युत परियोजना शामिल है, जिनके पूरा होने पर 5134 मेगावाट की क्षमतागत वृदि्ध होगी। सन 2023 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 12000 मेगावाट तथा 2040 तक 25000 मेगावाट की स्‍थापित क्षमता प्राप्‍त करने के लिए योजना के एक भाग के रूप में एसजेवीएन ने महत्‍वाकांक्षी रणनीतियां तैयार की हैं।

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