शहरवासियों को बड़ी राहत: कोरोना वायरस के चलते नहीं बढ़ेगा 3 माह तक प्रॉपर्टी टैक्स और ना ही गार्बेज और पानी की दरें

नगर निगम शिमला की मासिक बैठक, शहर से जुड़े विभिन्न विकासकार्यों पर लगी मुहर

  • मासिक बैठक में गूंजा पानी के बिल का मुद्दा

शिमला: नगर निगम शिमला सोमवार को हुई  की मासिक बैठक में एक बार फिर पार्षदों और डिप्टी मेयर के बीच हंगामा देखने को मिला। वहीं मासिक बैठक में शहर से जुड़े विभिन्न विकासकार्यों पर भी मुहर लगी, जिसमे बरसात से हुए नुकसान की भरपाई के लिए करीब 15 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। कुसुम सदरेट ने बताया कि शहर में बरसात से रास्ते, सड़कों और नालियों का बहुत नुकसान हुआ है, जिसे जल्द दुरुस्त किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके अलावा शहर में कुत्तों और बंदरों की समस्या से निजात पाने के लिए जल्द ही निगम एक कैम्प का आयोजन कर पंजीकरण और टीकाकरण किया जाएगा।

वहीं शिमला  में पानी के बिल और पानी की दरें शहरवासियों के लिए की परेशानी का सबब बने हुए हैं। जल निगम एक साल से ऑनलाइन पानी के बिल देने का दावा कर रहा है। वहीं, कोर और मर्ज एरिया में पानी की अलग-अलग दरों को लेकर खूब हंगामा हुआ। मेयर ने इस मामले पर अब एक विशेष बैठक करने के निर्देश दिए।

नगर निगम मेयर कुसुम सदरेट का कहना है कि पानी के बिलों और पानी की दरों को लेकर जो विवाद उपजा है, उसे अगली विशेष बैठक में सुलझा लिया जाएगा। उसके बाद जल निगम की अगली बीओडी बैठक में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जहाँ तक डिप्टी मेयर और पार्षद के बीच के विवाद की बात है, उसे सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्षद और डिप्टी मेयर जनता के चुने हुए प्रतिनिधि है, जो शहरवासियों के लिए सोचते हैं कभी कभार इस तरह की बहसबाजी हो जाती है, जिसे सुलझा लिया जाएगा।

डिप्टी मेयर का कहना है कि निगम में सम्मलित न्यू मर्ज एरिया के लोग व्यावसायिक दरों पर पानी के भरते हैं, लेकिन आज तक इस मसले का हल नहीं निकल पाया है, जबकि कोर एरिया की जनता को कम दरों पर पानी के बिल दिए जाते हैं। इन अलग अलग दरों को लेकर विभाग को एक बार सभी लोगों को पत्र लिखकर बैठक कर इसका हल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शहर के सभी क्षेत्रों मर्ज और कोर एरिया में एक ही पानी की दरें होनी चाहिए, ताकि किसी को अधिक आर्थिक बोझ न पड़े। उन्होंने कहा कि पार्षद हर बैठक में उनके साथ इस तरह का व्यवहार करती हैं, जिसे सहन नहीं किया जा सकता है और इस मसले का बैठकर हल ढूँढा जाएगा।

 

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