अंबिका/शिमला: भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार एसजेवीएन 11 सितंबर से 02 अक्टूबर तक अपने सभी कार्यालयों तथा परियोजनाओं में भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की एक पहल ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान मना रहा है। स्वच्छता ही सेवा अभियान के इस वर्ष की विषय वस्तु (थीम) प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन है ।
इस अभियान के तहत नियोजित गतिविधियों की एक श्रृंखला में आज एसजेवीएन के सभी कार्यालयों तथा परियोजनाओं में कर्मचारियों को शपथ दिलाई गई। कारपोरेट कार्यालय, शिमला में निदेशक (वित्त) ए.एस.बिन्द्रा ने निदेशक (विद्युत) आर.के. बंसल की उपस्थिति में शपथ दिलाई।
इस अवसर पर ए.एस. बिंद्रा ने कहा कि भारत के माननीय प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी द्वारा आरंभ किए गए अभियान का उद्देश्य स्वच्छता और सर्वांगीण सफाई बनाए रखने के लिए जागरूकता पैदा करने हेतु लोगों को संगठित करना है। इस वर्ष अभियान का फोकस प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन तथा प्लास्टिक के एकल उपयोग पर प्रभावी प्रतिबंध पर है। उन्होंने सभी कर्मचारियों से इस नेक कार्य में सक्रिय भाग लेने तथा देश को स्वच्छ बनाने में योगदान देने की अपील की।
मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन), डी. पी. कौशल ने स्वच्छता ही सेवा अभियान के दौरान एसजेवीएन के विभिन्न कार्यालयों तथा परियोजनाओं द्वारा की जाने वाली गतिविधियों के बारे में विस्तारपूर्वक बताते हुए कहा कि इस अवधि के दौरान विभिन्न गतिविधियां जैसे नुक्कड़ नाटक, दैनिक उपयोग में प्लास्टिक की जगह पर विकल्प विकसित करने के लिए घर-घर जाकर बैठकें करके आचरण परिवर्तन अभियान, बेहतर प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन प्रथाओं को अपनाने हेतु जागरूकता के लिए स्कूलों में प्रतियोगिताओं का आयोजन, प्लास्टिक के बायोडिग्रेडेबल विकल्प चुनने के लिए जनसाधारण को संगठित करना, वृक्ष/पौधारोपण अभियान, प्लास्टिक अपशिष्ट संग्रहण अभियान आदि का आयोजन किया जाएगा।