कहा; कांग्रेस ने दलित समुदाय का इस्तेमाल सिर्फ़ वोट बैंक के लिए किया
शिमला : हमीरपुर सांसद अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पार्टी द्वारा दलित समुदाय के साथ सौतेला व्यवहार करने और देश के निर्माण में अपना अहम योगदान देने वाले दलित नेताओं को अपमानित करने की बात कही है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार बिना किसी भेदभाव के सभी समाजिक वर्गों के कल्याण का काम किया है। हमारी सरकार में समाज में अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने और उन्हें तरक़्क़ी के समान अवसर उपलब्ध कराने के कार्य किए गए हैं। मगर इसके ठीक उलट कांग्रेस पार्टी देश ने आज़ादी के साथ ही फूट डालो और राज करो नीति के पर चलते हुए पिछड़ों और दलितों का शोषण किया है। कांग्रेस ने दलित समुदाय का इस्तेमाल सिर्फ़ वोट बैंक के लिए किया और उन्हें हर सुविधाओं से दूर रखा। इतना ही नहीं कांग्रेस पार्टी ने भारत के संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर को भी नहीं बख़्शा। कांग्रेस ने बाबा साहेब की विद्वता और अस्मिता को हमेशा नीचा दिखाने का काम किया है। पंडित नेहरू तो विशेष तौर पर डॉ. आंबेडकर को अपना प्रतिद्वंद्वी मानते थे। कांग्रेस नहीं चाहती थी कि वे दलितों के नेतृत्वकर्ता के तौर पर प्रचारित हो। यही कारण था कि कांग्रेस ने उन्हें दो बार लोकसभा चुनावों में हरवाने की साजिश रचकर उनका तिरस्कार किया।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि जिस व्यक्ति को संविधान निर्माता कहा जाता है कांग्रेस ने दीवार पर जगह नहीं होने का हवाला देकर उन्हीं की कोई तस्वीर संसद के केंद्रीय कक्ष में लगाने की माँग को कांग्रेस ने हमेशा खारिज किया। 1989 में जब भारतीय जनता पार्टी की समर्थित राष्ट्रीय मोर्चा सरकार बनी तो पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी ने पहल कर संसद के केंद्रीय कक्ष में बाबा साहेब का चित्र शामिल कराया। कांग्रेस पार्टी ने धारा 370 पर भी बाबा साहब की बात नहीं मानी और इसे ज़बरन थोप कर बाबा साहब को अपमानित किया जिसका परिणाम आज तक देश भुगत रहा है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार बाबा साहब को पूरा सम्मान देते हुए उनसे जुड़े पंचतीर्थ का निर्माण कराया। प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर का निर्माण करवाया ताकि उनमें श्रद्धा रखने वाले करोड़ों भारतीय आकर उनके बारे में जान सकें। मोदी सरकार ने दलित समुदाय के कल्याण के लिए 80 हज़ार करोड़ के बजट का प्रावधान किया है। देश में पहले से चले आ रहे दलित उत्पीड़न कानून 1989 को प्रधानमंत्री मोदी ने संशोधित करके और अधिक सख्त बनाया। एससी-एसटी कानून को मोदी सरकार के दौरान मजबूत किया गया है। भाजपा के पास आज सबसे ज्यादा सबसे ज्यादा दलित सांसद और विधायक हैं, जिस कारण विपक्ष परेशान है।