ठियोग : भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतन्त्र है। सुदृढ़ लोकतन्त्र के लिए निर्वाचन की गतिविधियों में समस्त मतदाताओं का सक्रिय योगदान बहुत महत्व रखता है और इसी से लोकतन्त्र की परिभाषा ‘लोगों का, लोगों द्वारा, लोगों के लिए शासन’ भी प्रासंगिक बनती है। यह जानकारी निर्वाचन कानूनगो प्रदीप शर्मा नें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुमारसैन में छात्रों को मतदान के महत्व के प्रति जागरूक करते हुए कही। भारत निर्वाचन आयोग के ‘मतदाता जागरूकता अभियान’ व ‘इलैक्टोरल लिटरेसी’ कार्यक्रम के अंतर्गत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुमारसेन में आयोजि जागरूकता में विद्यालय के छात्रों विशेषकर वरिष्ठ कक्षाओं के छात्रों को निर्वाचन कानूनगो प्रदीप शर्मा द्वारा निर्वाचन की विभिन्न प्रक्रियाओं से अवगत करवाया। इस दौरान विद्यालय के प्रधानाचार्य कमाल चन्द वर्मा, बीएलओ सुपरवाईजर अनिल कुमार, विद्यालय में ‘इलैक्टोरल लिटरेसी क्लब’ की नोडल अधिकारी रीता खेवटा बीएलओ सुधीर कुमार, देषराज, कपूर चन्द व राजेश खेवटा व निर्वाचन कर्मचारी देवेन्द्र कुमार भी उपस्थित थे।
निर्वाचन कानूनगो ने विद्यालय के युवा एवं भावी मतदाताओं से अपील की कि वे 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करवायें क्योंकि पंजीकृत मतदाता को ही चुनाव में वोट देने का अधिकार होता है। उन्होंने उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग के जारी ‘मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण कार्यक्रम’ के विषय में भी छात्रों को विस्तार से जानकारी दी तथा अपील की गई कि इस विषय में घर, गांव, मित्रों व सम्बन्धियों में प्रचार प्रसार करें तथा मतदाता सूची में नाम पंजीकृत करने हेतु प्रेरित करें, ताकि समस्त योग्य नागरिकों के नाम मतदाता सूची में न दर्ज किये जा सकें और वे आगामी लोक सभा चुनावों में मतदान कर सकें। इस मौके पर विद्यालय के प्रधानाचार्य कमाल चन्द वर्मा ने भी मतदान के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किये तथा छात्रों से दी गई जानकरी पर अम्ल करने की अपील की।