मुख्यमंत्री की घोषणा : कुल्लू जिले के शाटा में खुलेगा आईपीएच उपमण्डल

  • कुल्लू में अलग से लोक निर्माण विभाग मण्डल की होगी स्थापना

कुल्लू : मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज कुल्लू जिले के धनाली में भारी जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य किन्हीं कारणों से उपेक्षित रहे क्षेत्रों पर विशेष बल सहित राज्य के सभी क्षेत्रों का सन्तुलित एवं समग्र विकास सुनिश्चित करना है। जय राम ठाकुर ने कहा कि सड़कें पहाड़ी क्षेत्रों के विकास की जीवन रेखाएं हैं और सरकार राज्य के सभी गांवों को वाहन योग्य सड़कों से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण कनेक्टिविटी से न केवल आर्थिक गतिविधियां सुनिश्चित होती हैं, बल्कि ग्रामीण युवाओं को रोज़गार व स्वरोज़गार के अवसर भी सृजित होते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें राज्य की बागडोर का दायित्व सौंपने के लिए वह प्रदेश के लोगों तथा केन्द्रीय भाजपा नेतृत्व के आभारी हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के लोगों की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए पहले ही दिन से समर्पण एवं प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि प्रदेश के विकास में धन की कमी आड़े नही आएगी।

उन्होंने शाटा में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग का उप-मण्डल खोलने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में बेहतर सड़क कनेक्टिविटी के लिए कुल्लू में लोक निर्माण विभाग का अलग मण्डल खोला जाएगा। उन्होंने पिनी तथा कालपिनी पंचायतों को पांच-पांच लाख रुपये की भी घोषणा की।

इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने पार्वती नदी पर 281.13 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले 56.40 मीटर स्पैन स्टील ट्रस डैक टाईप पुल तथा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत 604.80 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाली शारनी से पिनी सड़क के लोकार्पण किए। उन्होंने इस मार्ग पर बस को भी हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।

सांसद राम स्वरूप शर्मा ने कहा कि केन्द्र में प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी तथा राज्य में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के योग्य नेतृत्व में देश तथा हिमाचल प्रदेश विकास के मामले में नई ऊचॉंईयां हासिल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुल्लू जिले में केन्द्र सरकार द्वारा स्वीकृत 250 करोड़ रुपये की सड़कों का निर्माण किया जा रहा है।

पूर्व सांसद महेश्वर सिंह ने कहा कि जिले का दुर्गम क्षेत्र होने के कारण धनाली को विकास की दृष्टि से विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि यह अन्य क्षेत्रों के साथ उन्नति कर सके। उन्होंने क्षेत्र की कुछ मांगों का ब्योरा भी दिया।

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