- विषय था ”योग सिर्फ योग भगाने तक सीमित नहीं है”
- योग भारतीय संस्कृति की सर्वश्रेष्ठ धरोहर : योग विशेषज्ञ डॉ. अनुराग
- छात्र नियमित रूप से योग करें तो अपने व्यक्तित्व और कृतित्व में पाएंगे परिवर्तन : पाठक
शिमला : भारतीय मनीषियों को आमूल्य देन योग के महत्व और लाभों से स्कूली छात्रों को अवगत कराने के लिए और उन्हें अभिव्यक्ति का एक सशक्त मंच उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एसजेवीएन द्वारा आज गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल पोर्टमोर शिमला में ”अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस” के उपलक्ष में ”योग सिर्फ योग भगाने तक सीमित नहीं है” विषय पर एक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जाने माने योग विशेषज्ञ डॉ. अनुराग विजयवर्गीय ने अपनी मुख्य प्रस्तुति में बताया कि योग भारतीय संस्कृति की सर्वश्रेष्ठ धरोहर है और छात्रों को निरोगी काया और सात्विक भोजन के महत्व और शैक्षिक जीवन में योग को अपनाकर होने वाले लाभों के बारे में जानकारी दी।
इस कार्यक्रम में एसजेवीएन के मुख्य महाप्रबंधक एस.पी.पाठक मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने यह आह्वान किया कि छात्र नियमित रूप से योग करें तो अपने व्यक्तित्व और कृतित्व में एक निश्चित परिवर्तन पाएंगे। स्कूल के प्रधानाचार्य नरेन्द्र कुमार सूद ने इस बात को लेकर एसजेवीएन की भरपूर प्रशंसा की कि एसजेवीएन विभिन्न कार्यक्रमों और अभियानों के जरिए स्कूली छात्रों के साथ आदान-प्रदान को बढ़ावा दे रहा है और अपनी परियोजनाओं में स्कूली इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए लगातार वित्तीय मदद दे रहा है। इस प्रतियोगिता में नरेन्द्र कुमार मनकोटिया, वरिष्ठ प्रबंधक (राजभाषा) और डॉ. देवकन्या ठाकुर, सहायक प्रबंधक ने निर्णायक की भूमिका निभाई। प्रतियोगिता में 3000/-, 2000/- एवं 1000/- रुपए के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार क्रमशः प्राची, रिया तथा सुशांतिका को प्रदान किए गए। इस अवसर पर छात्राओं की एक संगीतमयी प्रस्तुति में दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अतिरिक्त 14 प्रतिभागियों को प्रत्येक 500/- रुपए का प्रोत्साहन पुरस्कार भी प्रदान किया गया।