जब शरद ऋतु आती है तो नीला आसमान एकदम निर्मल दिखाई देने लगता है। दिसंबर महीने तक हरियाली चली जाती है, लेकिन अब भी जंगल में लंबे-चौड़े देवदार के ऊंचे पेड़ सिर उठाए खड़े रहते हैं। सर्दियां आने पर पहाड़ों की ढलानों पर बर्फ की सफेद चादर-सी बिछ जाती है। इस बात में कोई शक नहीं कि यह पश्चिमी हिमालय की सबसे खुशनुमा जगह है। इसे मानव बस्तियों की अंतिम सीमा मानने के कारण इसे प्राचीन समय में कुलांतपीठ भी कहा जाता था। लेकिन महाकाव्यों-रामायण, महाभारत और विष्णु पुराण में इसका उल्लेख इसी नाम से हुआ है।
ब्यास नदी की बहती तेज़ धारा का शोर जब कानों को सुकून देने लगे, रंग बिरंगी पोशाक पहने लोग बगीचे में सेब तोड़ते हुए दिखें, ऊंचे पहाड़ों में जमी बर्फ एक बड़े सफ़ेद फूल की भांति प्रतीत होने लगे, बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक मौसम का मज़ा लेते हुए नजऱ आएं और घूमते-घूमते अचानक लकड़ी के दरवाज़ों से बने 24 मीटर ऊंचे किसी मंदिर पर आपकी नजऱ पड़ जाए तो समझिए कि आप धरती की खूबसूरत जगहों में से एक यानि मनाली पहुंच गए हैं। प्रकृति ने मनाली को खुले हाथों से नूर बख्शा है। कुल्लू घाटी के प्रमुख पर्यटन स्थल मनाली में आकर हर कोई अपने आपको स्वर्ग में पाता है। हरी भरी वादियां ऊंचे-नीचे पहाड़ों पर दूर-दूर तक दिखाई देते देवदार के छोटे-बड़े पेड़ प्राकृतिक सौंदर्य को दोगुना कर देते हैं। इनके बीच घुमावदार पहाड़ी पगडंडियों पर चलते लोगों को देखकर खुद भी ट्रैकिंग का मन कर आता है।

हिडिम्बा मंदिर
मनाली में दर्शनीय स्थल : मनाली के सबसे खूबसूरत स्थानों में कोठी, वन विहार, तिब्बती बाजार और मॉल, रहाला प्रपात, रोहतांग दर्रा, सोलंग घाटी, हिडिंबा देवी मंदिर, जगतसुख मंदिर इत्यादि दर्शनीय स्थल हैं।
कोठी: कोठी मनाली से 16 किमी. की दूरी पर स्थित है जो समुद्र स्तर से 2500 मीटर की ऊंचाई पर है। यहां से पहाड़ों का मनोरम दृश्य दिखाई देता है। कोठी एक सुंदर सा गांव है। यहां स्थित कोठी जार्ज को पर्यटक बहुत पसंद करते हैं क्योंकि इस प्वाइंट से पर्यटक डीप जार्ज और व्यास नदी के खुबसूरत नज़ारे को अच्छे से देख सकते हैं। कोठी सडक़ से यहां तक आने में ट्रैकिंग करते हुए पर्यटकों को एक घंटे से ज्यादा का समय लग जाता है। यहां आकर कई साहसिक गतिविधियां की जा सकती है। पैराग्लाइडिंग के लिए यह प्लेस काफी प्रसिद्ध है। यह जगह अन्य हवाई खेलों के लिए भी काफी लोकप्रिय है। मई से अक्तूबर तक यहां आने के लिए अच्छा समय होता है जब पर्यटक आराम से सैर कर सकते हैं। जब आप कोठी की सैर पर आएं तो पास में ही स्थित सोलंग घाटी भी घूमने जा सकते हैं ।
राहला फॉल्स : कोठी से दो किमी की दूरी पर राहला फॉल्स स्थित है। यहां 50 मीटर की ऊंचाई से गिरता झरने का पानी सैलानियों को खूब लुभाता है।
हिडिम्बा मंदिर: समुद्र तल से 1533 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह मंदिर ढूंगरी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर यहां की स्थानीय देवी हिडिम्बा को समर्पित है। हिडिम्बा महाभारत में वर्णित भीम की पत्नी थी। मई के महीने में यहां एक उत्सव मनाया जाता है। महाराज बहादुर सिंह ने यह मंदिर 1553 ई. में बनवाया था। लकड़ी से निर्मित यह मंदिर पैगोड़ा शैली में बना है। हिडिम्बा, एक राक्षस हिडिम्ब की बहन थीं तथा भीम की पत्नी थी। स्थानीय मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर को बनवाने वाले राजा ने मंदिर बनाने वाले कलाकारों के सीधे हाथ कटवा दिए थे ताकि वह ऐसा सुंदर मंदिर कहीं और न बना सकें।
वशिष्ठ: मनाली से 3 किमी. दूर वशिष्ठ स्थित है। प्राचीन पत्थरों से बने मंदिरों का यह जोड़ा एक दूसरे के विपरीत दिशा में है। एक मंदिर भगवान राम को और दूसरा संत वशिष्ठ को समर्पित है।
मनाली के बौद्ध मठ बहुत लोकप्रिय हैं। कुल्लू घाटी के सर्वाधिक बौद्ध शरणार्थी यहां बसे हुए हैं। यहां का गोधन थेकचोकलिंग मठ काफी प्रसिद्ध है। 1969 में इस मठ को तिब्बती शरणार्थियों ने बनवाया था।यह कुंड पवित्र व्यास नदी का जल स्रोत है। व्यास नदी में झरने के समान यहां से पानी बहता है। यहां का पानी एकदम साफ और इतना ठंडा होता है कि उंगलियों को सुन्न कर देता है। इसके चारों ओर पत्थर ही पत्थर हैं और वनस्पतियां बहुत कम हैं।
ओल्ड मनाली: मनाली से 3 किमी. उत्तर पश्चिम में ओल्ड मनाली है जो बगीचों और प्राचीन गेस्टहाउसों के लिए काफी प्रसिद्ध है। मनाली गढ़ नामक क्षतिग्रस्त किला भी यहां देखा जा सकता है।
सोलंग वैली: मनाली से 13 किमी. की दूरी पर स्थित सोलंग नाला 300 मीटर की स्की

सोलंग वैली
लिफ्ट के लिए लोकप्रिय है। इस खूबसूरत स्थान से ग्लेशियर और बर्फ से ढकी पहाड़ों की चोटियों के मनोहर नज़ारे देखे जा सकते हैं। नजदीक ही मनाली की प्रारंभिक राजधानी जगतसुख भी देखने योग्य जगह है। सोलंग वैली सैलानियों को खासी आकर्षित करती है। यहां ट्रैकिंग, स्कीइंग और माउंटेनियरिंग के कैंप आयोजित किए जाते हैं। 10 से 14 फरवरी के बीच यहां सालाना विंटर कार्निवाल का आयोजन किया जाता है।
मनु मंदिर: ओल्ड मनाली में स्थित मनु मंदिर महर्षि मनु को समर्पित है। यहां आकर उन्होंने ध्यान लगाया था। मंदिर तक पहुंचने का मार्ग दुरूह और रपटीला है।
अर्जुन गुफा: कहा जाता है महाभारत के अर्जुन ने यहां तपस्या की थी। इसी स्थान पर इन्द्रदेव ने उन्हें पशुपति अस्त्र प्रदान किया था।
रोहतांग दर्रा: मनाली से 50 किमी. दूर समुद्र तल से 4111 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह दर्रा साहसिक पर्यटकों को बहुत रास आता है। दर्रे के पश्चिम में दसोहर नामक एक खूबसूरत झील है। गर्मियों के दिनों मे भी यह स्थान काफी ठंडा रहता है। जून से नवंबर के बीच लाहौल घाटी से यहां पहुंचा जा सकता है। यहां से कुछ दूरी पर सोनपानी ग्लेशियर है।
कैसे जाएं : मनाली से 50 किमी. की दूरी पर भुंतर नजदीकी एयरपोर्ट है। मनाली पहुंचने के लिए यहां से बस या टैक्सी की सेवाएं ली जा सकती हैं।
रेलमार्ग- जोगिन्दर नगर नैरो गैज रेलवे स्टेशन मनाली का नजदीकी रेलवे स्टेशन है जो मनाली से 135 किमी. की दूरी पर है। मनाली से 310 किमी. दूर चंडीगढ़ नजदीकी ब्रॉड गेज रेलवे स्टेशन है।
सडक़ मार्ग- मनाली हिमाचल और आसपास के शहरों से सडक़ मार्ग से जुड़ा हुआ है। राज्य परिवहन निगम की बसें अनेक शहरों से मनाली जाती हैं।
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Jun 17, 2016 - 02:09 PM
sardi ke mausam me vaha par log kaise rahte hoge………
Jun 17, 2016 - 05:28 PM
मौसम अनुसार यहाँ के लोग पहले ही अपने रहन-सहन का पूरा इंतजाम समयानुसार कर लेते हैं
Oct 28, 2016 - 12:35 AM
Khubsurat
Dec 14, 2016 - 07:39 AM
15 january se 21 january tak manali kullu aane ka samay thik hai.
Dec 14, 2016 - 07:36 PM
जी बिल्कुल ठीक है
Mar 30, 2017 - 11:33 AM
Hello,
Kya August main bhi aaskte hai,,,,, sbse accha konsa month hota h wnha ghumane ka…
Jun 22, 2016 - 10:20 AM
Nice👍🏻
Jun 22, 2016 - 06:20 PM
धन्यवाद जी।
Jun 30, 2016 - 11:55 PM
हमारा एक मित्र जो 13 जुलाई को शादी करके कुल्लू जा रहा है हनीमून के लिए और उनके साथ हम भी जा रहे है घूमने के लिए , तो क्या आप हमको बतेयेंगे कि कैसा लगता है कुल्लू में सैर करने के बाद।
कृपया आप हमे अपना अनुभव बताने का कष्ट करें।
आपका आभारी
Jul 01, 2016 - 01:16 PM
आपका हिमाचल की हसीन वादियों में स्वागत है। आप से हम इतना ही कह सकते हैं कि आप कुल्लू-मनाली पहली बार आ रहे हैं तो यहां एक बार आने के बाद आप बार-बार आने के लिए उत्सुक रहेंगे। धन्यवाद
Jul 10, 2016 - 09:46 PM
कुल्लू मनाली की सही जानकारी देने के लिए बहुत धन्यवाद।अगले वर्ष निश्चय तौर कुल्लू मनअली के दौरे पर आएँगे।
Aug 09, 2016 - 11:43 PM
My children wants to play snow. So Feb or march me my waha barf snow rehta h ?
Aug 10, 2016 - 08:16 PM
जी हाँ, दिसम्बर, जनवरी, फरवरी में आप यहाँ आकर बर्फ का आनंद ले सकते हैं। और मार्च में भी कभी-कभी बर्फ यहाँ बर्फ गिरती हैं। हमेशा नहीं
Nov 23, 2016 - 10:33 AM
Kullu jane ka acha mhina konsa h snow fal kb hota h
Nov 23, 2016 - 06:37 PM
दिसम्बर से मार्च, लेकिन बर्फबारी का आनंद लेने के लिए कुल्लू के साथ-साथ मनाली जरुर जाएँ।
Dec 02, 2016 - 09:11 AM
Hello mam
Kya aap bta sakti h ki rohtang January me ja sakte h ya Nahi?
Dec 02, 2016 - 06:53 PM
जी नहीं, रोहतांग छ: महीने के लिए बंद हो गया है
Dec 06, 2016 - 07:33 PM
नमस्कार मैम ।
हम 12 se 17 December तक 56 लोगों का गुरू्प educational tour पर आ रहे है । इस समय मौसम कैसा रहने की सँभावना है ??
Dec 06, 2016 - 07:46 PM
फ़िलहाल अभी तक तो साफ है।
Dec 04, 2016 - 10:56 AM
Ji madam namskar main with family 30 dec to 1jan17 tak kon si jagh jaaker sanowfall ka maja le sakta hoon aur therne ka sahi intjaam kya h
Dec 23, 2016 - 06:38 PM
मै जनवरी में मनाली आना चाहता हूँ । क्या ये समय वहां घूमने के लिए सही है???
Dec 24, 2016 - 06:37 PM
जी बिल्कुल, सही समय है। आप जनवरी में मनाली घूमने आ सकते हैं और बर्फबारी का आनंद भी ले सकते हैं।
Jan 30, 2017 - 05:58 PM
रोहतांग कब से कब तक जा सकते है।क्या वहाँ मई के अंतिम सप्ताह में बर्फबारी देखने को मिल सकता है।
Mar 30, 2017 - 11:36 AM
Hello, wanha aane ka sbse accha konsa month h….Kya August m bhi aaskte h…
Mar 30, 2017 - 12:12 PM
आप किसी भी महीने कुल्लू आ सकते हैं। अगस्त में तो यहाँ का मौसम और भी सुहावना होता है।
Apr 29, 2017 - 04:34 PM
Rohtang pass ka experience jaroor lijiye
Ice n ice everywhere
May 28, 2017 - 08:22 PM
देव भुमि पर अद्भुत नजारा