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हमीरपुर: नादौन में 15 को और पक्का भरो में 17 को होगी प्राकृतिक खेती से तैयार मक्की की खरीद

40 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से खरीदी जाएगी प्राकृतिक खेती से तैयार मक्की, 2 रुपये परिवहन उपदान भी मिलेगा

हमीरपुर: किसानों को प्राकृतिक खेती की ओर प्रोत्साहित करने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार प्राकृतिक विधि से उगाई गई मक्की, गेहूं और हल्दी की फसलों को अलग से उच्च समर्थन मूल्य दे रही है। जिला हमीरपुर में भी बीते खरीफ सीजन की मक्की की खरीद 15 नवंबर से आरंभ की जा रही है।

आतमा परियोजना हमीरपुर के परियोजना निदेशक डॉ. नितिन शर्मा ने बताया कि 15 नवंबर को नादौन में खाद्य आपूर्ति निगम के गोदाम में क्षेत्र के किसानों से मक्की खरीदी जाएगी। यह मक्की प्राकृतिक खेती से तैयार होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार की योजना के अनुसार यह मक्की 40 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से खरीदी जाएगी। इसी प्रकार, 17 नवंबर को हमीरपुर के निकट पक्का भरो में स्थित खाद्य आपूर्ति निगम के गोदाम में भी मक्की की खरीद होगी।

डॉ. नितिन शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार ने प्राकृतिक खेती से तैयार मक्की के लिए 40 रुपये प्रति किलोग्राम, गेहूं के लिए 60 रुपये और हल्दी के लिए 90 रुपये प्रति किलोग्राम दाम तय किए हैं। इसके अलावा 2 रुपये का परिवहन उपदान भी दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती किसानों के लिए एक वरदान साबित हो सकती है। इससे तैयार फसलों के उच्च दाम मिलने से किसानों की आय काफी बढ़ोतरी होगी और उनकी जमीन की उर्वरा शक्ति भी बनी रहेगी। ये फसलें स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित होंगी और इस खेती से पर्यावरण का संरक्षण भी सुनिश्चित होगा।

परियोजना निदेशक ने बताया कि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को देसी गाय की खरीद पर 25 हजार रुपये का अनुदान दिया जाता है। इसके अलावा पांच हजार रुपये की परिवहन सब्सिडी तथा पशु मंडी की दो हजार रुपये तक की फीस की अदायगी भी परियोजना के तहत की जाती है। गौशाला के फर्श को पक्का करने तथा गोमूत्र एकत्रित करने की व्यवस्था के लिए आठ हजार रुपये का अनुदान दिया जाता है। प्राकृतिक खेती के लिए जरूरी सामग्री तैयार करने तथा ड्रम इत्यादि के लिए भी 2250 रुपये तक सब्सिडी का प्रावधान किया गया है। परियोजना निदेशक ने जिला के किसानों से इस योजना का लाभ उठाकर प्राकृतिक खेती को अपनाने की अपील की।

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